बिन्देश्वरी दूबे का मजदूर से मुख्यमंत्री तक का रहा बेदाग सफर।..
गुड्डू कुमार सिंह/आरा-पीरो। सूबे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी व ख्यातिलब्ध मजदूर नेता स्व बिन्देश्वरी दूबे की जयंती के मौके पर कृतज्ञ लोगों द्वारा उन्हें श्रद्धा के साथ याद किया गया। इस मौके पर कांग्रेस के युवा नेता उपेन्द्र सिंह की देखरेख में स्थानीय लोहिया चौक पर आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता, जगनारायण राम, अनिल मेहता, वीरेन्द्र मधेशिया, बिहारी पासवान, इसराफिल इद्रीसी, राहुल मिश्र, मो मुमताज खान, मुरलीकांत मिश्र, सुनील चौरसिया सहित कई अन्य लोगों ने स्व दूबे के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धाजंलि दी। मौके पर लोगों ने स्व दूबे के कृतित्व की चर्चा करते हुए कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, सेवा व समर्पण से अभिप्रेरित रहा। उन्हों मूल्यों व सिद्धांतो पर आधारित राजनीति की। कभी व्यक्तिगत स्वार्थ को अपने उपर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने मजदूर से मुख्यमंत्री तक का बेदाग सफर तय किया। आज वे हमारे बीच भले मौजूद नहीं हैं पर उनका कृतित्व हमेशा के लिए यादगार बना हुआ है। सच ही कहा गया है कि जिस्म की मौत कोई मौत नहीं होती। जिस्म की मौत से अरमान नहीं मरते, एलान नहीं मरते। जिसने कीर्ति स्थापित की है वह इस दुनिया में अमर है। स्व दूबे उन्हीं महा मानवों में एक हैं।