यास चक्रवाती तूफान के बिहार के औरंगाबाद जिले में किसानों को पहुँचे क्षति की भरपाई का गारंटी किसानो को दे बिहार-सरकार । महेन्द्र पाठक।

अनिल कुमार मिश्र-यास चक्रवाती तूफान के असमय बारिश से बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले के विभिन्न प्रखंड़ो में किसानों के कई तरह के पहूँचे नुकसान व फसलों की क्षति का मुल्यांकन कर विभाग द्वारा कराकर किसानों की उचित मुआवजा देने हेतू भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य श्री महेंद्र पाठक ने श्री नीतीश कुमार, माननीय मुख्यमंत्री, बिहार सरकार को पत्र लिखा गया है।
श्री पाठक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर औरंगाबाद जिले के विभिन्न प्रखंड़ो में यास चक्रवाती तूफान से किसानो को पहुँचे नुकसान की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हूए कहा है जिले के मजदूर किसानों का हालत एक तो पहले से ही दैनिय हैं। किसान के खेतो में हजारों गेहुँ का बोझा सड़ चुके है और गेहुँ से झार बिग चुका है तथा गेहूँ काले पड़ चुके हैऔर गेहूँ के बोझा से धूआ बिग रहे है। जिससे किसानो को सैकड़ो मन गेहुँ का नुकसान पहुँचा है।
श्री पाठक ने पत्र में यास चक्रवर्ती तुफान से किसानों को
पहुँचे क्षति का आकलन विभाग से प्रशासनि अधिकारियों से कराते हुए प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की गारंटी देने की माँग किया है ताकि किसान व खेत खलिहान से जुड़े मजदूर का जीवन बचाया जा सके।
श्री पाठक ने कहा है यास तुफान से जन जीवन त्रस्त है और खास कर किसानों को काफी क्षति पहुँचा है सभी फसल साग सबजी दलहन बर्बाद हो चुके हैं। वहीं ठेकेदारी पर गेहुँ काटने वाले मजदूरों को भी साल भर का अनाज (खाना) पर आफत पड़ चूका है।
श्री पाठक ने कहा है कि एक तो पहले से ही कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण आम लोग परेशान हैं।लॉकडाउन के कारण लोगों को जीना दूभर हो चुका है। पिछले वर्ष भी लोगों को नुकसान उठाना पड़ा और इस वर्ष असमय बारिश ने किसानों की कमर ही तोड़ दी है।
श्री पाठक ने पत्र में कहा है कुटुंबा प्रखंड के कई गांवों समेत चन्दौतऔर ढ़ोंगरा गाँव में हजारों हजार बोझा गेहूं खलिहान में गल रहे है जिससे धुआ बिग रहा है। गेहूँ में अंकुर होने लगा है जिससे एक एक किसान को सैकड़ो मन / किवंटल गेहुँ खलिहान में सड़ चुके है। कुटुम्बा प्रखंड़ के चन्दौत गाँव के अजय मिश्र के खेत में आज भी 300 सौ मन गेहुँ सड़ कर बर्बाद हो चूके है।
श्री पाठक ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर उपरोक्त आश्य का आग्रह किया है जिसमें विभाग से प्रशासनिक आकलन कराते हुए प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की गारंटी किसानों को सुनिश्चित करने का आग्रह है ताकि किसान की जान बच सके। आवेदन की प्रति माननीय कृषि मंत्री बिहार सरकार और उपायुक्त औरंगाबाद बिहार के पदनाम दिया गया है। उपरोक्त तथ्यों की पुष्टी श्री पाठक ने की है तथा आवेदन की प्रति मीड़िया को दिया है।