बिहार विधानसभा चुनाव 2025 : माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण सम्पन्न
निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर दिया गया विशेष जोर

किशनगंज,12अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 के सफल, निष्पक्ष एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से आज इंटर उच्च विद्यालय, किशनगंज में जिले के सभी 495 माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण सत्र प्रातः 11:00 बजे से अपराह्न 4:00 बजे तक आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान माइक्रो ऑब्जर्वरों को निर्वाचन प्रक्रिया के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं — जैसे मॉक पोल, EVM एवं VVPAT संचालन की प्रक्रिया, मतदान दिवस पर किए जाने वाले कार्य, तथा निर्वाचन रिपोर्टिंग प्रारूपों की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। साथ ही, प्रतिभागियों को फॉर्म-12 भी उपलब्ध कराया गया, ताकि वे पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
इन प्रशिक्षित माइक्रो ऑब्जर्वरों की प्रतिनियुक्ति आगामी 11 नवम्बर 2025 को होने वाले मतदान के दौरान संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर की जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका पूर्णतः प्रेक्षणात्मक (Observational) होगी। वे किसी भी स्थिति में पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के रूप में कार्य नहीं करेंगे।
प्रशिक्षण में बताया गया कि माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रमुख दायित्व यह सुनिश्चित करना है कि मतदान प्रक्रिया स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी वातावरण में सम्पन्न हो। वे मतदान दिवस पर निम्न बिंदुओं पर विशेष ध्यान देंगे —
- मतदान केंद्र की तैयारी एवं सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं (AMF) की उपलब्धता।
- मॉक पोल की प्रक्रिया और आयोग के निर्देशों का अनुपालन।
- मॉक पोल उपरांत कंट्रोल यूनिट से मतों का विलोपन और प्रमाणपत्र पर पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर की पुष्टि।
- मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति और आचरण की निगरानी।
- मतदाता पहचान की प्रक्रिया और अनुमोदित पहचान दस्तावेजों का उपयोग।
- ASD सूची (अनुपस्थित, अन्यत्र चले गए एवं मृत मतदाताओं) का सत्यापन।
- अमिट स्याही के प्रयोग और मतदान की गोपनीयता का पालन।
- मतदान अभिकर्ताओं की शिकायतों का अवलोकन और रिपोर्टिंग।
यदि किसी भी मतदान केंद्र पर अनियमितता या व्यवधान की स्थिति उत्पन्न होती है, तो माइक्रो ऑब्जर्वर तत्काल सामान्य प्रेक्षक (General Observer) को सूचना देंगे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि प्रत्येक माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान दिवस पर अपनी जिम्मेदारी पूर्ण निष्पक्षता, सतर्कता एवं दक्षता के साथ निभाएं, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया की विश्वसनीयता और पारदर्शिता बनी रहे।