किशनगंज से बड़ी खबर : ग्राम पंचायत जागीर पदमपुर में मनरेगा एवं 15वीं योजना में घोटाले का आरोप, ग्रामीणों ने लगाई जांच की गुहार

किशनगंज,01अगस्त(के.स.)। प्रखंड दिघलबैंक अंतर्गत ग्राम पंचायत जागीर पदमपुर में मनरेगा एवं 15वीं वित्त योजना के तहत चल रही योजनाओं में भारी गड़बड़ी का आरोप सामने आया है। पंचायत के निवासी मो० मिश्कात आलम ने आरोप लगाया है कि पंचायत की मुखिया शायेदा बेगम के पुत्र सरफराज आलम द्वारा कथित रूप से जाली हस्ताक्षर कर योजनाओं की राशि की निकासी की गई है।
आवेदक के अनुसार पीआरएस, पीटीए, जेई एवं कार्यक्रम पदाधिकारी दिघलबैंक की मिलीभगत से एक ही योजना को दो बार स्वीकृत कराकर बड़ी राशि गबन की गई। इतना ही नहीं, तालाब निर्माण एवं बाँध निर्माण की योजनाओं में बिना कार्य किए ही राशि निकासी का आरोप भी लगाया गया है।मिश्कात आलम ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा 15 जून 2025 को पंचायत के मुखिया एवं पीआरएस से वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 के योजनाओं के बारे में पूछताछ की गई, जिस पर किसी प्रकार का संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। उल्टे ग्रामीणों को धमकी दी गई कि अधिक समाजसेवा न करें, अन्यथा पंचायत में दिखाई नहीं देंगे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2023 से 2025 तक किसी भी योजना में सूचना बोर्ड तक नहीं लगाए गए। इस पूरे मामले में आवेदक द्वारा जिलाधिकारी किशनगंज एवं उप विकास आयुक्त को पूर्व में भी आवेदन देकर जांच की मांग की गई थी, परंतु कार्रवाई नहीं होने पर अब फिर से शपथ पत्र के माध्यम से घोटाले की जानकारी दी गई है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि वर्ष 2024 से 2025 तक पंचायत में हुई योजनाओं की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।