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पटना : अभी तक क्यों नहीं बना होल्या नदी और सुखनदीया में पुल:-पूर्व मंत्री

पटना/त्रिलोकीनाथ प्रसाद, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ० सुरेश पासवान ने कहा है कि वर्ष 2004 में तत्कालीन राबड़ी देवी सरकार के द्वारा अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के मद्देनजर राज्य योजना मद से नवीनगर प्रखंड के टंडवा से गजनाधाम भाया सरातु-बेला सड़क का निर्माण किया गया था।लेकिन 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त सड़क के होलिया नदी और सुखनदीया में पुल का निर्माण नहीं हो सक जिसके चलते 5-6 पंचायतों के लाखों लोगों के साथ साथ बिहार और झारखंड जाने का आवागमन पुरी तरह बाधित हो गया है।साथ ही नवीनगर से चंद्रगढ होते हुए मुंनगा रोड़ में भी होलिया पईन में पुल नहीं बनने से आवागमन पूरी तरह ठप्प हो गया है।जो नीतीश सरकार के विकास के दावे को खोखला साबित करने के लिए काफी है।इस पिछड़े इलाके के लोगों को वोटबैंक के रूप में जरुर इस्तेमाल किया गया लेकिन चाहे सांसद हो या विधायक किसी ने भी सुध लेने की कोशिश नहीं की इसलिए आज भी यह इलाका पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है।आखिर कौन ज़िम्मेवार है इसके लिए जनता को भी पहचानने की जरूरत है।केवल अखबार में ब्यान दिया जाना ही सांसद, विधायक और सरकार की जिम्मेवारी नहीं रहती है कि मैंने संबंधित विभाग को पत्र लिख दिया।सांसद और विधायक कोटा भी उपेक्षित इलाके के ज्वलंत समस्याओं के समाधान के लिए दिए जाते हैं लेकिन पता ही नहीं चलता कि इस तरह के कामों में सांसद-विधायक कोटा का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है।इस पिछड़े इलाके के लोगों ने अनेकों बार जनप्रतिनिधियों से मिलकर पुल निर्माण हेतू संपर्क किया आश्वासन भी दिया गया लेकिन अभी तक पुल निर्माण के दिशा में कोई साकारात्मक नतीजे सामने नहीं आया।डॉ० पासवान ने कहा है अब तो यह तय हो गया है वर्तमान डबल इंजन वाली सरकार के कार्यकाल में पुल निर्माण संभव नहीं है, इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में यह पुल चुनावी मुद्दा निश्चित रूप से बनेगा और जो भी जनप्रतिनिधि है उन्हें इसका जबाव देना पड़ेगा।चूंकि इस क्षेत्र के लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है।लोगों में भारी जनाक्रोश भी है जिसका खामियाजा आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।

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