किशनगंज : “नशा छोड़िए, टीबी हराइए” – रूईधासा नशा मुक्ति केंद्र में विशेष टीबी स्क्रीनिंग शिविर आयोजित

किशनगंज,27सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को लेकर जिले में निरंतर प्रयास जारी हैं। इसी क्रम में शनिवार को रूईधासा स्थित नशा मुक्ति केंद्र में विशेष टीबी स्क्रीनिंग हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया। शिविर का संदेश था – “नशा छोड़िए, टीबी हराइए”, जो नशा और तपेदिक जैसी दोहरी चुनौती से लड़ने की दिशा में एक अहम पहल रही।
स्वास्थ्य टीम ने की विस्तृत जांच
शिविर का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी द्वारा किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लाभार्थियों की टीबी स्क्रीनिंग के साथ अन्य जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण भी किए। लोगों को स्वास्थ्यप्रद जीवनशैली अपनाने और टीबी से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया गया।
समाज की भूमिका है सबसे अहम
डॉ. चौधरी ने कहा, “टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तब ही हासिल किया जा सकता है जब समाज इसमें भागीदार बने। नशा मुक्ति केंद्रों में स्क्रीनिंग से छिपे मरीजों की पहचान आसान होती है और उन्हें समय रहते निःशुल्क उपचार से जोड़ा जा सकता है।”
नशा और टीबी – दोहरी चुनौती
कम्युनिटी डिज़ीज़ ऑफिसर डॉ. मंजर आलम ने कहा, “नशे से मुक्ति और टीबी से मुक्ति – दोनों मिलकर समाज को स्वस्थ बनाते हैं। नशा मुक्ति केंद्रों में टीबी की जांच करवाना दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ने जैसा है।”
जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार
जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने लोगों को सलाह दी कि यदि खांसी तीन सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहे, तो टीबी की जांच अवश्य कराएं। उन्होंने चेताया कि टीबी की दवा बीच में छोड़ना खतरनाक हो सकता है, इसलिए इलाज पूरा करना अनिवार्य है।
यह शिविर न सिर्फ टीबी जांच का माध्यम बना, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का भी प्रभावी प्रयास रहा। ऐसे शिविर जिले के अन्य हिस्सों में भी आयोजित किए जाने की योजना है।