भोजपुर :-भाकपा – माले ने 1942 के शहीदों के याद में लसाडी में आयोजन किया शाहिद मेला….

गुड्डु कुमार सिंह :-अगिआँव (भोजपुर)। भाकपा – माले ने 1942 के शहीदों के सम्मान में शहीद मेला का आयोजन किया। शहीद मेला के शुरुआत में शहीदों के स्मारक पर मुख्य अतिथि पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड स्वदेश भट्टचार्य, केंद्रीय कमिटी सदय राजू यादव, सरोज चौबे सहित सभी नेताओं ने माल्यार्पण कर किया। 1942 में शहीद व किसान आंदोलन में शहीद किसानों के श्रद्धाजंलि दी गयी।इस शहीद मेला में मुख्य अतिथि:-पोलित ब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, केन्द्रीय कमिटी सदस्य व अगिआंव विधायक मनोज मंज़िल, केंद्रीय कमिटी सदस्य राजू यादव ,तरारी विधायक सुदामा प्रसाद ,ऐपवा राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज चौबे, वरिष्ठ नेत्री मीरा देवी, अगिआंव ब्लॉक सचिव रघुबर पासवान,गड़हनी सचिव रामछपित राम,चरपोखरी सचिव महेश जी, इनौस जिला संयोजक शिवप्रकाश रंजन, मीडिया प्रभारी चन्दन कुमार, जिला कार्यालय सचिव जितेंद्र कुमार, शिवमंगल यादव, हरिनाथ राम, लालू यादव, सुशील पाल, विष्णु मोहन अखिलेश गुप्ता सहित कई लोग शामिल हुए। । अध्यक्षता रघुवर पासवान, संचालन उपेन्द्र विद्रोही ने किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड स्वदेश भट्टचार्य ने कहा कि आजादी के लड़ाई के बाद भी आजद भारत मे भोजपुर के लोगों ने लड़ाई जारी रखी । राम नरेश राम के अगुआई में सामंती , सम्प्रदायिकव फ़ासीवादी ताकतो के खिलाफ की लड़ाई जीती। आज यहाँ पर लोग चर्चा कर रहें हैं कि संसद आर के सिंह शहीदों के सम्म्म में नही आये। वे इस लिए नही आये क्योंकि आजदी के लडाई के साथ उनका और उनके पार्टी के गदारी का इतिहास रहा है। इस लिए वे यहां क्यों आएंगे। आरके सिंह तो जब जिले की जनता कोरोना महामारी में ऑक्सीजन के कमी के कारण मर रही थी तो भी नही नजर आये , वे केवल चुनाव में नजर आते हैं। इस तरह के जनप्रतिनिधि हैं जो आजादी के शहीदीन के सम्मान में नही आते लेकिन स्कूल को तोड़ कर सड़क बनाने के लिए जरूर आते हैं।भोजपुर की जनता अपने विकास की लड़ाई जरूर लड़ेंगे ही साथ मे देश को कुछ कम्पनियों के हाथ मे सौपने के खिलाफ भी लड़ाई का अगुआई करेंगे।
केंद्रीय कमिटी सदस्य व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी राजू यादव ने कहा कि किसानों के शहादत के कारण अंग्रेजों को भागना पड़ा और हमारा देश आजाद हुआ। आज की मोदी की सरकार लसाडी के किसानों के शाहद्दत को अपनमान कर फिर से कॉरपरेट घरानों के हवाले कर रही है। देश मे कम्पनी राज लाने की पूरी तैयारी कर रही है। देश के सभी सरकारी सम्पति को बेच रही है। देश को ही गिरिवी रख कर गुलाम बनाने की तैयारी चल रही है।मोदी सरकार किसानों के जमीनों को भी तीन कृषि कानून ला कर कारपोरेट घराने के हवाले कर रही है। जिसके खिलाफ देश के किसान पिछले 9 महीनों से आंदोलनरत है। जिसके आह्वान पर 27 सितम्बर को भारत बंद का सफल बनायें।लेकिन सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ये देश लसाडी के शाहिद किसानों का है , राम नरेश राम का है। देश की जनता तुम्हारे मंसूबों को पूरा नही होने देंगे। और इस फ़ासीवादी सरकार उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।
केंद्रीय कमिटी सदस्य व महिला नेतृ सरोज चौबे ने कहा लसाडी के जो स्मारक है उसमे गरीब – अमीर से लेकर सभी वर्ग के लोग ने अपना शहादत दी है। और आज जो सरकारी आयोजन के मुख्य अततिथि थे उनके पार्टी के लोग इनको श्रद्धाजंलि नही देने पहुंचे। क्योंकि उनको शहीदों से मतलब नही है। उन्हें तो देशमे साम्प्रदायिक माहौल बनाना है। लेकिन इन शहीदों को सम्मान देने का काम कॉमरेड राम नरेश राम ने किया।
उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार में देश की जनता बेहाल हैं । पीरो में महिला को पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गईं। शिक्षा – रोजगार, महिला से लेकर छात्र – नौजवानों तक पर हमला हो रहा है। कहीं कोई रोजगार का सृजन नही हो रहा है।नीतीश जी भी दिल्ली के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। आज उनके खिदमत में 17 को टीकाकरण अभियान चलाएंगे। जनता जनविरोधी सरकार के खिलाफ 1942 जैसे जनज्वार खड़ा करेगा और सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी।