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*एमएमजीएसवाइ अवशेष के तहत 941 नई ग्रामीण सड़कों का होगा निर्माण*

– 34 जिलों में बनने वाली नई सड़कों पर खर्च होंगे कुल 1712.7 करोड़ रूपये
– साथ ही बांका, भोजपुर, पूर्वी चंपारण व मधुबनी में एक-एक पुल का भी किया जाएगा निर्माण

त्रिलोकी नाथ प्रसाद।बिहार सरकार ने राज्य के ग्रामीण इलाकों के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ग्रामीण सड़कों के विकास के माध्यम से सूबे के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना (एमएमजीएसवाइ) अवशेष के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 941 नई सड़कों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन सड़कों के साथ-साथ विभाग ने चार नए पुलों के निर्माण को भी अपनी हरी झंडी दे दी है।

ग्रामीण कार्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के ग्रामीण इलाकों में बनने वाली इन नई सड़कों और पुलों के निर्माण के लिए सरकार ने 1712.7 करोड़ रूपये खर्च करने की स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना (अवशेष) के तहत जिन जिलों में सबसे अधिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा, उनमें पटना, गयाजी, बांका, नवादा और नालंदा शामिल है। इसके अलावा बांका, भोजपुर, पूर्वी चंपारण और मधुबनी में एक-एक अद्द पुल का भी निर्माण किया जाएगा। जिन जिलों में इन ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया जा रहा है उसमें बिहार के कुल 38 जिलों में से 34 जिले शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि राज्य के करीब 24 हजार से भी अधिक गांवों को पक्की सड़कों की सौगात मिल चुकी है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 500 तक की आबादी वाले टोलों को ही शामिल किया जा सका है। इसलिए इनसे छोटे टोलों को संपर्कता देने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना की शुरुआत वर्ष 2013 में की गई। अब हर ग्रामीण टोले को पक्की व बारहमासी सड़क से जोड़ने की दिशा में विभाग अग्रसर है।

•सड़क बनी तो बदली तस्वीर

ग्रामीण सड़कों के निर्माण से राज्यभर में न केवल आवागमन की सुविधा विकसित हुई है बल्कि इससे स्थानीय स्तर पर होने वाले ग्रामीण व्यापार को भी बढ़ावा मिला है। इन सड़कों ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित किये हैं और कृषि व औद्योगिक गतिविधियों को एक नई गति मिली है। बेहतर कनेक्टिविटी से ग्रामीण आबादी को शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं तक आसान पहुंच मिली है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को मजबूती मिली है।
सरकार की प्राथमिकता रही है कि हर गांव तक पहुंचने के लिए राज्यभर में पक्की सड़कों का जाल बिछाया जाए। ये सड़कें केवल रास्ते नहीं बना रही हैं बल्कि यह बदलाव की बुनियाद भी रख रही हैं। ग्रामीण सड़कों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और व्यापार हर क्षेत्र में नया जीवन फूंका है।

ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा स्वीकृत 941 नई सड़कों में सबसे अधिक ग्रामीण सड़कों का निर्माण पटना जिले में किया जाएगा। पटना में कुल 109 सड़कों का निर्माण किया जाएगा। जबकि गयाजी में कुल 102, बांका में 88, नवादा में 81, नालंदा में 55, पूर्वी चंपारण में 55, मधुबनी में 47, पूर्णिया में 45, दरभंगा में 40 रोहतास में 39 और भोजपुर में कुल 30 सड़कों का निर्माण किया जाएगा।

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