भारत रत्न ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर का अपमान करने वाले आज दूसरों को दे रहे ज्ञान : हिमराज राम
मुकेश कुमार/जद(यू) प्रदेश प्रवक्ता श्री हिमराज राम ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर भारत रत्न ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर को लेकर दिए बयान पर तंज कसा है। मीडिया में जारी बयान में उन्होंने कहा कि जिस लालू प्रसाद यादव ने हमेशा से ‘जननायक’ को अपमानित करने का काम किया आज उनके पुत्र और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कर्पूरी ठाकुर को लेकर दूसरों को ज्ञान दे रहे हैं।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि ‘जननायक’ को लेकर बयान देने से पहले तेजस्वी यादव को जरा इतिहास के पन्नों को पलटना चाहिए और ये सच्चाई बतानी चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव के दिल में ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर के प्रति कितना घोर दुराग्रह था। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव राजनीति के सामंत हैं और अति पिछड़ों का अपमान करना इनका स्वभाव है, इसलिए विधानसभा आने को लेकर वो जननायक कर्पूरी ठाकुर को अपनी गाड़ी तक नहीं दे रहे थे और माननीय विधायक रहते लालू प्रसाद यादव उन्हें रिक्शे से सदन आने की सलाह दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आज सच्चाई ये है कि खुद को ‘जननायक’ का शिष्य बताने वाले लालू प्रसाद और उनका परिवार अरबपति बन गया जबकि कर्पूरी ठाकुर जीवन भर फकीर ही रह गए।
इस दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से अहम सवाल पूछे:-
ऽ क्या ये सही नहीं है कि लालू प्रसाद यादव मंडल आयोग की रिपोर्ट को बिहार में लागू करना चाहते थे? लेकिन उस समय पटना के रवींद्र भवन में आयोजित अति पिछड़ा सम्मेलन में मुख्यमंत्री माननीय श्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव की घोषणा का विरोध करते हुए कहा था कि, जबतक नीतीश कुमार बिहार में हैं तबतक कर्पूरी ठाकुर के आरक्षण फाॅर्मूले को कोई खत्म नहीं कर सकता?
ऽ क्या कभी तेजस्वी यादव ने आरक्षण के कर्पूरी फाॅर्मूले को पूरे देश में लागू करने के मकसद से आंदोलन चलाया? क्या कभी तेजस्वी यादव ने पिछड़ा वर्ग में से अति पिछड़ा वर्ग के वर्गीकरण के लिए देश भर में कोई मुहिम चलायी?
ऽ तेजस्वी यादव ये बताएं कि अपने 15 सालों के कार्यकाल में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सरकार ने ‘जननायक’ को भारत रत्न देने से संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट से पास कराकर केंद्र सरकार को भेजा था?
ऽ क्या ये सही नहीं है कि, कर्पूरी ठाकुर परिवारवाद के खिलाफ थे लेकिन लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक कुनबे में इनका पूरा परिवार शामिल रहा है?
ऽ कर्पूरी ठाकुर पर कभी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा, लेकिन लालू प्रसाद यादव पर घोटालों के आरोप लगे ही नहीं बल्कि, सिद्ध भी हो गया और उन्हें जेल भी जाना पड़ा। ऐसे में लालू प्रसाद यादव कैसे खुद को कर्पूरी ठाकुर का शिष्य होने का दावा कर सकते हैं?