ब्रेकिंग न्यूज़राज्य

जागरूक मतदाता बने, हमारा मतदान दूसरों को भी प्रभावित करता है – दिनेश कुमार

बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता जागरूकता” विषय पर वेबिनार का किया गया आयोजन

त्रिलोकी नाथ प्रसाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी), छपरा द्वारा आज “बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता जागरूकता” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

वेबिनार में अतिथि वक्ता के तौर पर शामिल पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना के निदेशक तथा वर्तमान में मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति (एमसीएमसी), निर्वाचन विभाग, बिहार के सदस्य दिनेश कुमार में कहा कि किसी भी मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग बेहद समझदारी एवं ध्यानपूर्वक करना चाहिए। मतदान हर एक व्यक्ति का व्यक्तिगत अधिकार है, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखने की आवश्यकता है कि हमारे मतदान से दूसरे लोग भी प्रभावित होते हैं। उन्होंने परिवार का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर परिवार का कोई एक मतदाता जब अपने मताधिकार का प्रयोग करता है, तब वह केवल खुद अकेले का मतदान नहीं करता बल्कि उस मतदाता के मतदान से उस पर आश्रित वे लोग भी प्रभावित होते हैं, जो अभी मतदान के अधिकारी नहीं हुए हैं।  इसलिए मतदान के दौरान हर एक मतदाता को इस बात को ध्यान में रखते हुए और जागरूक होकर मतदान करने की आवश्यकता है कि हमारा मतदान दूसरों को भी प्रभावित करता है। मतदाता जागरूकता पर विस्तार से चर्चा करते हुए श्री कुमार ने कहा कि किसी भी मतदाता को तीन स्तरों पर जागरूक करने की आवश्यकता पड़ती है- मतदान से पूर्व, मतदान के दौरान और मतदान के उपरांत। उन्होंने कहा कि एक नागरिक मतदाता के रूप में हमें यह भी देखने की आवश्यकता है कि जो मतदान हमने किया है वह कहां दिख रहा है। उन्होंने कहा कि मतदान उपरांत हमें इस तरह के पहलुओं को लेकर भी जागरूक होने की आवश्यकता है।

अतिथि वक्ता के रूप में शामिल पटना के अवर निर्वाचन पदाधिकारी एवं निर्वाचन विभाग, बिहार के स्वीप प्रभारी कपिल शर्मा ने कहा कि सुव्यवस्थित प्रक्रिया के तहत मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना ही स्वीप (सुव्‍यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम) का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव पूरी तरह कोविड-19 दिशा निर्देशों के अनुरूप कराया जा रहा है। कोविड से सुरक्षा के मद्देनजर मतदान के दौरान सभी बूथों पर थर्मल चेकिंग, ग्लव्स, मास्क, 2 गज दूरी बनाए रखने जैसे सुरक्षात्मक दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वीप “चुनाव में पंजीकरण से चुनाव तक” के मॉडल पर काम करता है। यानी स्वीप का काम पंजीकरण से लेकर मतदान देने तक की प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में ग्रामीण मतदाताओं को जागरूक करने के लिए ऑडियो माध्यमों का भी इस्तेमाल कर जागरुकता रथ चलाया जा रहा है। साथ ही युवाओं और महिलाओं को भी को ध्यान में रखकर प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के चुनाव में आशा से बेहतर मतदान देखने को मिले हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि बिहार में जिस तरीके से स्वीप के तहत कार्य किए जा रहे हैं, उससे उम्मीद है कि 3 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान में और 7 नवंबर को होने वाले तीसरे चरण के मतदान में भी सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में बिहार विधानसभा चुनाव मील का पत्थर साबित होगा।

अतिथि वक्ता के तौर पर शामिल गोपालगंज के जिला परियोजना पदाधिकारी एवं स्वीप के सहायक नोडल पदाधिकारी साहेब आलम ने कहा कि चुनाव के दौरान स्वीप का काम बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि स्वीप के कार्य को दो महत्वपूर्ण बिंदुओं में बताया जा सकता है- पहला, वोटर का पंजीकरण करना और उन्हें लोकतंत्र में उनके मतदान के महत्व के बारे में बताना और दूसरा, निर्वाचन विभाग द्वारा मतदान करने को लेकर क्या कुछ इंतजाम किए जा रहे हैं से अवगत कराना। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को लेकर अब केवल संख्या पर ही नहीं बल्कि गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है।

वेबिनार का संचालन एफओबी, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार सहायक सर्वजीत सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन एफओबी, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने किया। वेबिनार में रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना के अपर महानिदेशक एस के मालवीय और निदेशक विजय कुमार, पीआईबी के सहायक निदेशक संजय कुमार सहित विभिन्न एफओबी कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी और आम श्रोता शामिल हुए। वेबिनार के सहयोगी इकाई के रूप में एफओबी, मुंगेर शामिल था।

***

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button