आशा कार्यकर्ता और फैसिलिटेटर को सरकारी सेवक घोषित करो-मनोज मंज़िल

भाकपा माले आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन,इनके हक अधिकार की लड़ाई में साथ खड़ी रहेगी—जवाहर लाल सिंह
गुड्डू कुमार सिंह:- आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन के समर्थन में पहुंची भाकपा माले की टीम,टीम में भाकपा माले केंद्रीय कमिटी सदस्य भोजपुर जिला सचिव जवाहर लाल सिंह और अगिआंव विधायक मनोज मंज़िल थे ।
टीम प्रखंड उदवंतनगर,प्रखंड गड़हनी और प्रखंड चरपोखरी में आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन में हुई शामिल।
गड़हनी में आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन को संबोधित करते हुए कॉमरेड मनोज मंज़िल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता से सरकार 40 प्रकार का कार्य करवाती है लेकिन जब मानदेय या वेतन की बात आती है तो हाथ खड़ा कर एक हजार रुपया मासिक पारितोषिक देने की बात करती है जो न्यूनतम मजदूरी से काफी कम है यानी सरकार इनको बंधुआ मजदूर समझती है इसलिए आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि एक हजार में दम नहीं इक्कीस हजार से कम नही। केंद्र सरकार की योजना है लेकिन जिले के सांसद का कहीं अता-पता नहीं है,आशा कार्यकर्ताओं, आशा फैसिलिटेटर के आंदोलन में जाना तो दूर की बात उनके लिए एक बयान भी नहीं आया।
आंदोलन को संबोधित करते हुए भाकपा माले,भोजपुर जिला सचिव कॉमरेड जवाहर लाल सिंह ने कहा कि मोदी की सरकार आशा बहनो को बंधुआ मजदूर से भी बदतर समझती है।आशा को न न्यूनतम वेतन न कोई सामाजिक सुरक्षा न कोई पोशाक राशि न कोई बैठने का कार्यालय है लेकिन काम चालीस प्रकार का लेती है ये श्रम का शोषण नहीं तो और क्या है। भाकपा माले आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन,इनके हक अधिकार की लड़ाई में साथ खड़ी है ।