झारखंड में बांग्लादेशियों का घुसपैठ, आदिवासियों की जमीनों पर कर रहे हैं कब्जा साथ आदिवासी बेटियों के अस्मिता से कर रहे है खिलवाड़: चंपई सोरेन

रांची: पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड में एक ओर बांग्लादेशी घुसपैठिये आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, तो वही हमारी बहु-बेटियों की अस्मत से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनसे शादी कर के सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ रहे हैं, एवं उनके सहारे संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण में अतिक्रमण कर रहे हैं। एक तरफ तो झारखंड में आदिवासियों की सरकार है पर आदिवासियों के हक अधिकार का हो रहा है हनन।
अब SIR के लागू होने के बाद ना सिर्फ इन घुसपैठियों की पहचान आसान होगी, बल्कि उन्हें चुनावी प्रक्रिया तथा इस देश से बाहर करने का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
इन दिनों झारखंड में धर्मांतरण का मामला जोरों पर है। हमारे आदिवासी समाज के अस्तित्व के लिए दूसरा बड़ा खतरा धर्मांतरण है। अगर इसी रफ्तार से धर्मांतरण होता रहा तो भविष्य में हमारे जाहेर स्थानों, सरना स्थलों एवं देशाउली में कौन पूजा करेगा? फिर तो हमारी परंपरा, संस्कृति एवं अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा।
जो लोग धर्मांतरण कर चुके हैं, वे अपने नये धर्म में रहें, लेकिन उन्हें संविधान द्वारा आदिवासी समाज को प्रदत्त आरक्षण एवं अन्य अधिकार नहीं मिलना चाहिए। ऐसे लोगों की डीलिस्टिंग ही हमारी रूढ़िवादी प्रथा एवं हमारे समाज को बचा सकती है।