किशनगंज : जिले के सभी पंचायतों में लाभुकों का सीएससी संचालकों के माध्यम से बन रहा है आयुष्मान गोल्डन कार्ड
जिलेभर में निर्धारित लक्ष्य में से 1,70,196 लाभुकों का बनाया जा चुका है गोल्डन ई. कार्ड, कुल 10,055 से अधिक मरीजों ने गोल्डन ई. कार्ड का लाभ उठाया

जिले के 09 सरकारी एवं 03 सूचीबद्ध निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारी मुफ्त इलाज करा सकते हैं
किशनगंज, 11 अगस्त (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जिले के कुल 10,297 मरीज गोल्डन ई. कार्ड बनाकर निजी स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से लाभ ले चुके हैं। इधर जिले के सभी प्रखंड के सभी पंचायतों में दो दो जगहों में शिविर लगाकर सीएससी संचालकों के द्वारा शेष बचे सभी लाभकों का गोल्डन ई. कार्ड बनाया जा रहा है। गौर करे कि जिले में वर्ष 2011 के जनगणना के अनुसार कुल 2,17,430 परिवारों को गोल्डन कार्ड देने का लक्ष्य है। वर्तमान में कुल 83,159 परिवारों को गोल्डन ई. कार्ड बनाया जा चुका है। डीएम ने सभी किशनगंज वासियों से गोल्डन ई. कार्ड बनवाने की अपील की है।जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि जिले में आयुष्मान शिविर के द्वारा सभी पंचायतों में शेष बचे सभी लाभुकों का गोल्डन ई. कार्ड सीएससी संचालकों एवं सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बनाया जा रहा है। प्रखंड स्तर पर गोल्डन कार्ड बनाने और वितरण की देखरेख प्रखंड स्तर पर कार्यरत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, जीविका के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, प्रखंड विकास पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि करेंगे। उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर लाभुकों को चिह्नित करने के लिए प्रखंड स्तर के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं आशा कार्यकर्ता और जीविका के अधिकारी और कर्मचारी को लाभुकों की सूची सौंप दी गई है। जिला कार्यक्रम समन्वयक आयुष्मान पंकज कुमार ने बताया कि डीएम के मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश के आलोक में आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए ज़िले के सभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ही प्रखंड के कर्मियों का अहम योगदान मिला है। भारत सरकार द्वारा बनाये जाने वाले आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए सबसे पहले पंजीयन करवाना पड़ता है। इस रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने और कार्ड बनने के बाद उसे ऑनलाइन डाउनलोड कर उसका प्रिंट निकलवा सकते हैं। पहले इस कार्ड को बनाने के लिए 30 रुपए का चार्ज देना पड़ता था लेकिन अब यह कार्ड पूरी तरह से निःशुल्क बनाए जा रहे हैं। अगर यह गोल्डेन कार्ड गुम हो जाता है तो आप ऑनलाइन नया कार्ड इस साइट से mera.pmjay.gov.in डाउनलोड कर सकते हैं। लाभुकों को व्यक्तिगत पहचान के लिए आधार कार्ड व पारिवारिक सदस्यता सत्यापन के लिए राशन कार्ड का हाउसहोल्ड इंडेक्स नंबर उपलब्ध कराने या प्रधानमंत्री द्वारा प्रेषित पत्र मुहैया कराने की जानकारी देते हुए कार्ड बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही, परिवार के किसी एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना जरूरी है। आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड निःशुल्क बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक अस्पताल और सदर अस्पताल के साथ माता गुजरी मेडिकल कॉलेज में यह सुविधा उपलब्ध है। लाभार्थी टॉल फ्री नंबर 14555/104 पर अपनी पात्रता जानने के लिए कॉल कर सकते हैं। इस अभियान के दौरान लाभार्थी का सत्यापन (वेरिफिकेशन) भी किया जायेगा। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि आयुष्मान कार्ड परिवार के सभी लोगों का अलग-अलग बनेगा। यदि आयुष्मान कार्डधारी किसी गंभीर बीमारी या वैसी बीमारी का इलाज कराना चाहता हैं, जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक है, तो वे जिले के 09 सरकारी एवं 03 सूचीबद्ध निजी अस्पताल में से किसी भी अस्पताल में जाकर निःशुल्क 05 लाख रुपये तक का इलाज करा सकते हैं। सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किशनगंज, सदर अस्पताल किशनगंज, माता गुजरी लायंस सेवा केंद्र, किशनगंज रेडियेंट मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल, जेड ए नर्सिंग होम सूचीबद्ध हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की जा रही है। अभी तक जिले में कुल 170196 कार्ड जारी किये गये हैं। जिसमें कुल 10,055 से अधिक मरीजों को इस योजना के तहत लाभ मिल चुका है। हालांकि पहले की अपेक्षा आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है।