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किशनगंज : लोकतंत्र के महापर्व में आशा की भागीदारी

आशा कर्मी एवं फैसिलिटेटर ने चलाया मतदाता जागरूकता अभियान, घर-घर जाकर महिलाओं को किया मतदान के प्रति प्रेरित, स्वास्थ्य विभाग की पहल से जुड़ा लोकतंत्र का संदेश

किशनगंज,15अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, लोकतंत्र के महापर्व विधानसभा चुनाव को लेकर जहां प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग ने जनजागरूकता की एक मिसाल पेश की है। जिले के सभी प्रखंडों में आशा कर्मी एवं आशा फैसिलिटेटरों द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर मतदाताओं को मतदान के महत्व, शत-प्रतिशत मतदान की आवश्यकता और स्वस्थ लोकतंत्र की भूमिका के बारे में जानकारी दी। यह पहल केवल निर्वाचन प्रक्रिया तक सीमित नहीं रही, बल्कि समाज में जिम्मेदारी और सहभागिता का संदेश देने वाली भी बनी।

“जागरूक मतदाता ही सशक्त लोकतंत्र की नींव” — जिलाधिकारी विशाल राज

जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि “जिले में प्रत्येक मतदाता को मतदान के लिए प्रेरित करना हमारा साझा दायित्व है। आशा कर्मी जिस समर्पण से स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान देती हैं, उसी उत्साह से वे अब मतदाता जागरूकता में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं। यह देखकर प्रसन्नता होती है कि स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता अब ‘स्वस्थ लोकतंत्र’ के निर्माण में भी भागीदार बन रही हैं।”

उन्होंने सभी प्रखंड पदाधिकारियों एवं चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस अभियान को और व्यापक रूप से चलाया जाए ताकि कोई भी मतदाता संदेश से वंचित न रहे।

स्वास्थ्य सेवाओं के साथ लोकतंत्र की मजबूती में भी सक्रिय भूमिका

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि “आशा कर्मी हमेशा जनसेवा के अग्रिम मोर्चे पर रहती हैं। इस बार वे न केवल स्वास्थ्य बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भी कार्य कर रही हैं। मतदाता जागरूकता अभियान के माध्यम से वे महिलाओं और युवाओं को मतदान के महत्व से जोड़ रही हैं। यह कदम दर्शाता है कि स्वास्थ्य विभाग केवल चिकित्सा सेवा तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी में भी अग्रणी है।”

उन्होंने कहा कि “आशा कर्मियों की यह पहल जिले को शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य तक पहुँचाने में मील का पत्थर साबित होगी।”

रैली और जनसंपर्क से गूंजे गांव-गांव में मतदान का संदेश

डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रखंडों में आशा कर्मियों और फैसिलिटेटरों ने मतदाता जागरूकता रैलियां भी निकालीं। नारों और पोस्टरों के माध्यम से उन्होंने अपील की — “पहले मतदान, फिर जलपान।” गांव-गांव में यह संदेश तेजी से फैला कि हर नागरिक का एक वोट लोकतंत्र को मजबूत करता है।

इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने यह भी समझाया कि जैसे वे स्वास्थ्य के क्षेत्र में परिवारों की देखभाल करती हैं, वैसे ही मतदान के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति देश की देखभाल करता है।

जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त पहल बनी प्रेरणास्रोत

सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने कहा कि यह अभियान प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। आशा कर्मियों की सक्रिय भागीदारी ने यह साबित किया है कि जब समाज के हर वर्ग की भागीदारी होती है, तब लोकतंत्र और अधिक सशक्त बनता है।

जिले के विभिन्न कोनों में चल रही यह मुहिम न केवल मतदान प्रतिशत बढ़ाने में सहायक होगी, बल्कि नागरिकों को जिम्मेदार बनने की प्रेरणा भी देगी।

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