किशनगंज : कोचाधामन प्रखंड की आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को मिला स्मार्ट फोन।

खिले चेहरे स्मार्ट फोन से आशा कार्यकर्ताओं का काम भी होगा स्मार्ट।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, आशा गाँव के स्वास्थ्य विकास हेतु बीमारियों से बचाव तथा स्वास्थ्यवर्धन के कार्य करती है। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को आयोजित करने में आशा की प्रमुख भूमिका है। इस दिन बच्चों को टीकाकरण के लिए केन्द्र लाना, माता तथा गर्भवती स्त्रियों को आंगनबाड़ी केन्द्र लाकर उनकी जांच तथा स्वास्थ्य षिक्षा करने में मदद करना। जिले के स्वास्थ की सुविधा को सबसे निचले पायदान पर बैठाने की सबसे महत्वपूर्ण इकाई आशा कार्यकर्त्ता ही हैं। ऐसे में आशा कार्यकर्ता जो ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य व्यवस्था की एक मजबूत कड़ी हैं और इस मजबूत कड़ी को और मजबूत करने के लिए और उनके कार्यों मे पारदर्शिता लाने के लिए सभी 1537 आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को स्मार्टफोन का वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोचाधामन में सोमवार को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एनामुल हक़ के हाथो आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को स्मार्ट फोन का वितरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि स्मार्टफोन का उपयोग सभी आशा कार्यकर्ता स्वयं करें, फोन किसी और को न दें खुद इस्तेामाल करें। विभागीय दायित्व के निर्वहन में सूचनाओं के आदान-प्रदान में विभिन्न कार्यों की फोटो ग्रुप में शेयर करने में यह स्मार्टफोन सहायक होगा। स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में डॉ देवेंद्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ कही जाने वाली आशा कार्यकर्ताओं को हाईटेक बनाने की दिशा में यह बेहतर कदम है। इस कदम से अब आशा कार्यकर्ताओं का काम करना और भी सुगम हो जाएगा। वे अपने आंकड़ों व अन्य जानकारियों को अपने स्मार्टफोन में सुरक्षित कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं की जांच, प्रसव, हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं को चिह्नित करना, उनका इलाज कराना व बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कराने की जिम्मेदारी आशाओं की है। आशा, इनका का पूरा विवरण तैयार करके देती है। स्मार्ट फोन मिलने से आशा का काम भी बेहतर होगा। स्मार्ट फोन में डाटा फीड़िग व अन्य काम का प्रशिक्षण भी आशा को दिया जाएगा। डिजिटलाइजेशन के दौर में अब आशा कार्यकर्ताओं को भी डिजिटल कर दिया गया है। वही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एनामुल हक़ ने बताया कि डिजिटलाइजेशन के दौर में अब आशा कार्यकर्ताओं को भी डिजिटल कर दिया गया है। गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और नवजातों का डाटा रखने के उद्देश्य से आशा कार्यकर्ताओं के बीच स्मार्ट फोन वितरित किया जाना है। आशा कार्यकर्ताओं के स्मार्ट फोन में प्रतिमाह 115 रुपये का रिजार्च की राशि भी विभाग की ओर से मुहैया पूर्व से ही कराया जा रहा है। वही डीडीए सुमन सिन्हा ने बताया कि जिले में कुल 1537 आशा कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन से उनकी सभी समस्या दूर होगी। साथ ही जो काम वो अभी तक पेपर पर करती थी, उन सभी कार्यों को अब अपने मोबाइल से ही कर पाएंगी। ऐसे में समय की भी बचत होगी और सभी रिकार्ड मोबाइल में सेव भी रहेंगे। साथ ही अपने काम को वो ऑनलाइन अपलोड भी कर देंगी। जिससे उन्हें समय से मानदेय भी मिल जाएगा।