किशनगंज में न्याय की गुहार—छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, आरोपी कोचिंग संचालक अब भी फरार

किशनगंज,05दिसम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले का पहाड़कट्टा थाना क्षेत्र इन दिनों एक सनसनीखेज और दर्दनाक घटना को लेकर चर्चा में है। 16 वर्षीय छात्र देवनंदन रॉय उर्फ़ सुरजीत रॉय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है। परिजन न्याय के लिए कभी एसपी कार्यालय, कभी पोठिया थाना तो कभी पहाड़कट्टा थाना के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घटना 30 अक्टूबर की—कमरे से मिला सुसाइड नोट
छात्र ने अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटना के बाद परिजनों ने जब कमरे की तलाशी ली तो एक सुसाइड नोट मिला, जिसे पढ़कर परिवार और समाज स्तब्ध रह गए। परिजनों के मुताबिक सुसाइड नोट में छात्र ने लिखा था कि उसके कोचिंग संचालक द्वारा लंबे समय से शारीरिक शोषण किया जा रहा था।
वीडियो वायरल—मामला और गंभीर
आत्महत्या के लगभग दस दिन बाद एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर कोचिंग संचालक आदिल रब्बानी मृतक छात्र के साथ अप्राकृतिक कृत्य करता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि यह वही होस्टल था जहां छात्र पढ़ाई के लिए रहता था।
परिजनों का आरोप है कि आरोपी कई महीनों से देवनंदन का यौन शोषण कर रहा था और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करता था। छात्र मानसिक तनाव में था और कोचिंग छोड़कर पौआखाली चला गया था। लेकिन आरोपी ने वहां भी पीछा नहीं छोड़ा और धमकी भरे कॉल करता रहा।
एफआईआर दर्ज, लेकिन गिरफ्तारी नहीं
मृतक के बड़े भाई देवाशीष रॉय की शिकायत पर पहाड़कट्टा थाना में कांड संख्या 127/25 दर्ज की गई है। प्राथमिकी में कोचिंग संचालक आदिल रब्बानी और उसके साथी जिसान के खिलाफ शारीरिक शोषण, ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए गए हैं।
परिजनों का आरोप है कि कई दिनों बाद भी पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसको लेकर ग्रामीणों में भी नाराज़गी है। उनका कहना है कि आरोपी का स्थानीय प्रभाव होने के कारण कार्रवाई धीमी है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
थानाध्यक्ष के अनुसार प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और वीडियो की जांच चल रही है। पुलिस ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कार्रवाई न होने से परिजनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
क्षेत्र में तनाव, अभिभावकों में बढ़ी चिंता
छत्तरगाछ और कोल्था कॉलोनी इलाके में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि होस्टल में कई अन्य छात्र भी रहते थे, लेकिन भय के कारण वे सामने आने से डर रहे हैं। यह घटना छात्र सुरक्षा और कोचिंग संस्थानों की निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
परिजनों की न्याय की पुकार
देवाशीष रॉय का कहना है, “मेरा भाई पढ़ने में तेज था। आरोपी उसे महीनों से प्रताड़ित कर रहा था। हम लगातार पुलिस-प्रशासन के पास जा रहे हैं, लेकिन न्याय की उम्मीद अभी भी अधूरी है।”
इस दुखद घटना ने पूरे जिले को झकझोर दिया है। परिजन और आम लोग एक ही सवाल पूछ रहे हैं—कब तक बच्चों का शोषण होता रहेगा? आरोपी कब गिरफ्तार होंगे?
फिलहाल क्षेत्र में सन्नाटा है, पर गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रशासन पर दबाव है कि शीघ्र कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।



