किशनगंज : टेढ़ागाछ में पुलिस के द्वारा अभियान प्रयास के तहत जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन, स्कूली बच्चों ने स्वागत गान गाकर एसपी का किया स्वागत।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, लोगों को समाज में व्याप्त कुप्रथा और अपने अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए रविवार को टेढ़ागाछ प्रखंड में पुलिस के द्वारा अभियान प्रयास के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लोगों को एसपी डा. इनामुल हक मेंगनू सहित अन्य पदाधिकारी एवं वक्ताओं ने समाज में व्याप्त अपराध, कुप्रथा के प्रति जागरूक कर लोगों को अपने अधिकार के बारे में बताया गया। एसपी श्री मेंगनु ने समाज में बेरोजगारी, बाल अपराध पर रोक, पुलिस सेवा से जुड़कर समाज सेवा का प्रयास, नशा मुक्ति जागरूकता अभियान, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जागरूकता अभियान, बैंक संबंधित धोखाधड़ी से संबंधित जानकारी और मुकदमा पूर्व सुलह आदि विषयों पर सामाजिक जागरूकता प्रयास अभियान के तहत लोगों को जानकारी देते हुए जागरूक किया। कार्यक्रम की शुरूआत आदिवासी महिलाओं के लोक नृत्य प्रस्तुति से हुई। वहीं स्कूली बच्चों ने स्वागत गान गाकर एसपी का स्वागत किया। इस दौरान जिला परिषद प्रतिनिधि अकमल शम्सी ने गुलदस्ता भेंट कर एसपी का स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी ने कहा कि इस गर्मी में आप सब को बुलाने का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि प्रयास कार्यक्रम के तहत आप को जोड़ा जा सके। ताकि समाज में फैली कुप्रथा को खत्म किया जा सके। समाज में फैली दहेज प्रथा, बाल विवाह को खत्म करने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। बेटियों को समान अधिकार देने के साथ ही आत्मनिर्भर बनाने में अभिभावकों को प्रोत्साहित करें। बेटियों को अच्छी तालीम दें। इस दौरान मैट्रिक परीक्षा में जिला के तृतीय टापर अमन रजा को एसपी द्वारा सम्मानित कर उन्हें मार्गदर्शन दिए। जामिया मिलिया कालेज के प्रोफेसर डाक्टर रकीब आलम ने अपने संबोधन में कहा कि बेहतर समाज निर्माण के लिए शिक्षा जरूरी है। इसके बगैर आप तरक्की नहीं कर सकते हैं उन्होंने कहा कि लड़की हो या लड़का सबको एक ही दृष्टि से देखनी चाहिए। इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख कैसर रजा, टेढ़ागाछ थानाध्यक्ष नीरज कुमार निराला, कोढोबारी थानाध्यक्ष अजित कुमार, एसआई धनजी कुमार, जिला परिषद क्षेत्र संख्या 02 से खोशी देवी, पूर्व जिला परिषद रफीक आलम, शौकत अली, मुखिया अरुण कुमार यादव, सहित सैकड़ों बुद्धिजीवी एवं ग्रामीण मौजूद थे।