किशनगंज : कालाज़ार उन्मूलन को लेकर CHC बहादुरगंज में AmBisome आधारित प्रशिक्षण, WHO विशेषज्ञ ने दी तकनीकी जानकारी

किशनगंज, 24 मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के बहादुरगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में कालाज़ार उन्मूलन को लेकर एक दिवसीय AmBisome उपचार आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें PHC टेढ़ागाछ और CHC बहादुरगंज के चिकित्सा पदाधिकारी एवं पारा मेडिकल कर्मियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्यकर्मियों को कालाज़ार की पहचान और AmBisome आधारित उपचार में दक्ष बनाना था।
प्रशिक्षण का संचालन WHO के जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ. दिलीप कुमार ने किया। उन्होंने कहा, “कालाज़ार के प्रभावी नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि हर संदिग्ध लक्षण की समय पर पहचान हो और उपचार में AmBisome जैसी सुरक्षित व प्रभावी दवा का प्रयोग हो। यह इलाज तेज़, कम तकलीफदेह और सुरक्षित है।”
इस अवसर पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. मंज़र आलम ने जिले में कालाज़ार की वर्तमान स्थिति और प्रबंधन पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रखंड स्तर पर निगरानी दल गठित किए गए हैं जो संदिग्ध रोगियों की पहचान और त्वरित उपचार सुनिश्चित कर रहे हैं।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि “कालाज़ार के उन्मूलन में डॉक्टर, नर्स, ANM, ASHA कार्यकर्ता और आम जनता की समान भूमिका है। AmBisome जैसी दवा के जरिये हम इस बीमारी को जिले से समाप्त कर सकते हैं।” उन्होंने सभी चिकित्सा संस्थानों को सतर्क रहने और संदिग्ध मामलों की तुरंत जांच व उपचार के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को रोग की पहचान, उपचार पद्धति, दवा की खुराक, संभावित जटिलताएं और रोगी प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी गई।
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण प्रकोष्ठ के अविनाश राय ने बताया कि IEC गतिविधियों के माध्यम से आमजन को कालाज़ार के लक्षणों और बचाव के तरीकों से अवगत कराया जा रहा है। VBDS नवाब जहांगीर ने कहा कि बालू मक्खी के प्रजनन स्थलों की पहचान कर वहां स्प्रे की कार्रवाई की जा रही है।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों से यह अपेक्षा की गई कि वे अपने क्षेत्र में इस प्रशिक्षण में मिले ज्ञान का प्रयोग कर कालाज़ार उन्मूलन अभियान को सफल बनाएंगे।