ठाकुरगंज : बच्ची की मौत के बाद सुखानी थाना परिसर में पंचायती फिर हुआ सेटलमेंट।

रेलवे से लिया मुआवजा अब बिहार सरकार से मिलेगा मुआवजा..?
- जब रेलवे ठीकेदारो द्वारा मुआवजा दिया गया फिर बिहार सरकार से किस प्रावधान के तहत मुखिया प्रतिनिधि रसमुद्दीन दिलवाएगें मुआवजा।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ठाकुरगंज में अररिया गलगलिया रेल परियोजना का कार्य प्रगति पर है और इसी बीच चौंकाने वाले मामला प्रकाश में आया है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। मामला किशनगंज जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत सुखानी थाना क्षेत्र के तातपौआ पंचायत की है। जहाँ बीते दिनों स्थानीय निवासी कथित नाजिर आलम की पुत्री रेलवे द्वारा किए गए खनन से हुए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गढ्ढा 5 से 7 फीट बताया गया है जिसमें बच्ची की डूबने से मौत हो गई। बच्ची के मौत के बाद हो हंगामा होने लगा फिर मौके पर थाना परिसर में सभी लोग पहुंचे जिसमेें रेलवे प्रयोजना में कार्यरत कर्मी कथित सचिन कुमार, पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रसमुद्दीन, इत्यादि ने थानाध्यक्ष विजय कुमार पासवान के मौजूदगी में मृतक बच्ची के पिता को मौके पर बुला कर पंचायत करते हुए रेलवे परियोजना में कार्यत कर्मी कथित सचिन से तीन लाख रुपया में मुआवाजा तय किया गया और तत्काल 50,000/ हजार मृतक बच्ची के पिता को मुखिया के हाथो दिलवाया गया और ये सब थानाध्यक्ष की मौजूदगी में हुआ। रुपया देने के बाद मामला का सेटलमेंट किया गया और मामले को लेकर थानाध्यक्ष द्वारा UD केस 02/22 दर्ज किया गया है। बच्ची की गड्ढे में डूबने से हुई मौत की घटनास्थल पर जब पत्रकार पहुंचे तो कुछ ग्रामीणों ने नाम न बताने की शर्त पर और कुछ ग्रामीण ने ऑन कैमरा बताया कि गड्ढे में पानी भरा हुआ है जिसमें बच्ची डूबकर मरी है और गढ्ढा 5 से 7 फीट गहरा है। मौके पर मौजूद ग्रामीण ने बताया कि रेलवे का कार्य चल रहा है और रेलवे में कार्यरत लोगों ने ही बगल में गहरा गढ्ढा खोदा है जिसमें भरे हुए पानी में डूबने से मासूम बच्ची की मौत हो गई है।
उक्त जगह पर गढ्ढा रेलवे में कार्य कर रहे लोगों ने रेलवे लाइन के कार्य के लिए किया है। मौके पर मौजूद ग्रामीण ने बताया कि लोग इस घटना से भय में जी रहे है। बात यही नहीं रुकी ग्रामीण ने डंडे से पानी भरे गड्ढे की गहराई को भी नाप कर बताया जिसकी गहराई अनुमानित 5 से 7 फीट बताया गया है।