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अररिया जिला को बाल श्रम एवं बाल विवह मुक्त बनाने के उद्देश्य को लेकर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित

जिलाधिकारी द्वारा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं के तहत प्रयोजन के 5 नये लाभुकों और परवरिश के 6 नये लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान किया गया

अररिया, 26 नवंबर (के.स.)। अब्दुल कैय्यूम, शनिवार को खेल भवन सभागार अररिया में जिला बाल संरक्षण इकाई अररिया द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का एक दिवसीय उनमुखीकरण कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी इनायत खान एवं उपस्थित पदाधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। जिसमें प्रखंड, पंचायत, वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के क्रियानव्यन तथा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के लिए संचालित योजनाओं में प्रगति लाने, अररिया जिला को बाल श्रम एवं बाल विवह मुक्त बनाने के उद्देश्य पर विस्तृत चर्चा की गई।इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली योजनाओं के तहत प्रयोजन के 5 नये लाभुकों और परवरिश के 6 नये लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान किया गया। वहीं महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार के दिशा निर्देश में जिलाधिकारी अररिया की अध्यक्षता में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने से संबंधित राष्ट्रीय कार्यक्रम “नयी चेतना-पहल बदलाव की ओर” कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मौके पर शम्भू रजक सहायक निर्देशक जिला बाल संरक्षण इकाई, मंजुला कुमारी व्यास जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, नितेश कुमार पाठक सहायक निर्देशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, बाल संरक्षण पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, , जिला मिशन समन्वयक मिशन शक्ति, लैंगिक विशेषज्ञ, केंद्र प्रशासक वन स्टॉप सेंटर, केस वर्कर एवं वन स्टॉप सेंटर के सभी कर्मी, जिले की सभी महिला पर्यवेक्षिका, संजय कुमार अध्यक्ष जागरण कल्याण भर्ती, साकेत कुमार तटवासी समाज न्यास, सुनील झा रिसोर्स पर्सन यूनिसेफ एवं अन्य सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि सहित संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

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