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*दिल्ली एनसीआर और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान शुरू किया जीकेसी*

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, ::अविष्का काउंसिल ऑफ इंडस्ट्रियल एंड अलाइड बायोसाइंस (एसीआईएबी) और जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ने संयुक्त रूप से दिल्ली एनसीआर और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान शुरू किया। इस अभियान में कुल 101 पेड़ लगाए गए, जिससे एक टिकाऊ और हरित वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।

इस वृक्षारोपण अभियान को “फल खाओ और हमें बीज दान करो” नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य वनीकरण को बढ़ावा देना और दिल्ली एनसीआर और ग्रेटर नोएडा पश्चिम के निवासियों के बीच पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। प्रकृति के पोषण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए कई लोगों को एक साथ लाया जा रहा है।

इस अभियान के मुख्य प्रतिभागी एसीआईएबी के अध्यक्ष, यूपी वेस्ट जीकेसी के उपाध्यक्ष डॉ. निशांत श्रीवास्तव और जीकेसी यूपी वेस्ट के अध्यक्ष शुभ्रांशु श्रीवास्तव शामिल थे। जीकेसी गौतमबुद्ध नगर के अध्यक्ष अतुल श्रीवास्तव, संभव प्रोजेक्ट्स प्रा० लि० के निदेशक और समन्वयक वित्त एसीआईएबी विजय शर्मा ने इस पहल को अपना समर्थन दिया है।

वृक्षारोपण कार्यक्रम में जीकसी यूपी वेस्ट सचिव आर्किटेक्ट नीतीश श्रीवास्तव, जीकेसी महिला विंग यूपी वेस्ट की उपाध्यक्ष संत सौरभ श्रीवास्तव, रिया चंदानी, गौरव चौधरी, पल्लवी शर्मा और प्रशांत सदस्य शामिल थे।

वृक्षारोपण में अमरुद, जामुन, आम, अर्जून, शीशम, पाम एवम अशोका के 101 पौधा लगाया गया है।

कार्यक्रम शुभारंभ के लिए जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने खुशी व्यक्त करते हुए अपनी हार्दिक बधाई दी है। वहीं जीकेसी प्रबंध न्यासी एवं गो ग्रीन की प्रभारी रागिनी रंजनऔर ACIAB के मनीष श्रीवास्तव ने भी ग्रह सहयोगात्मक प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

उक्त अवसर पर निशांत श्रीवास्तव ने कहा कि संयुक्त वृक्षारोपण अभियान इस बात को प्रमाणित करता है कि संगठन और समुदाय एक साझा उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा हैउन्होंने कहा कि 101 पौधों को लगाकर, हमने पर्यावरण की चुनौतियाँ को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

शुभ्रांशु श्रीवास्तव ने कहा कि सभी प्रतिभागियों का उत्साह और सक्रिय भागीदारी हमारे समुदाय की एकता को और ताकत देगी। साथ मिलकर पर्यावरण पर स्थायी प्रभाव डाल सकते हैं और एक दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
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