किशनगंज : मानव राष्ट्र सुरक्षा सबसे बड़ा धर्म हैं, चाहे साधु हो या फिर जवान:-आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला मुख्यालय स्थित भारत बिहार के क्रम में जैन आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज के पावन चरणों से 12वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, किशनगंज की धरा धन्य हो गई। मिली जानकारी अनुसार जब से 12वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल कमान्डेट मुन्ना सिंह किशनगंज में अपना योगदान दिए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में उनकी वर्चस्व बढ़ गया है। चाहे राष्ट्र सुरक्षा हो या फिर तस्करी या फिर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता फैलाने में बढ़ चढ़ कर उनकी कंपनी के जवान लोगों को आय दिन बेटी पढ़ाओं, बेटी बचाओं, महिला सशक्त बने शिक्षा, नशा मुक्त क्षेत्र लोग बने आदी भी विभिन्न प्रकार कार्यक्रम कर लोगों में जागरुकता फैलाने के अलावे मानव कल्याण हेतू आस्था पर भी विश्वास रखते हैं। जिसका जीता जागता उधारण पिछले दिन किशनगंज मुख्यालय में पधारे जैन धर्म गुरु आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज का स्वागत कमांडेंट मुन्ना सिंह के द्वारा श्रीफल भेंट कर किया गया।
एवं आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज का स्वागत अभिनंदन करते हुए सशस्त्र सीमा बल के गौरवमयी इतिहास एवं 12वीं वाहिनी के कार्यक्षेत्र और ड्यूटी के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि संत एवं सिपाही राष्ट्रहित में अपने भौतिक सुखों का त्याग कर देश और समाज की सेवा करते हैं। आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन के द्वारा उपस्थित भक्तों एवं वाहिनी के अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों, बल कर्मियों को अपने स्नेह रूपी आशीर्वाद से अभिसिंचित करते हुए कहा कि देश के लिए सिपाहियों के द्वारा अपने भौतिक सुखों का किया गया त्याग सराहनीय होने के साथ-साथ वंदनीय है।