किशनगंज : प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के मूर्ति को पटना के स्टेशन गोलंबर से हटाना गैर मुनासिब : इंतखाब आलम

बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विषय पर पुनः विचार करने के लिए अनुरोध।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार की राजधानी पटना के पटना जंक्शन के सामने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति (स्टैचू) को बिहार सरकार द्वारा किसी दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करना बिल्कुल ही ग़लत है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य इंतखाब आलम ने शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन से मिलकर पटना की वस्तुस्थिति की जानकारी दी उन्होंने कहा कि पटना के रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के क्रम में 50 साल पूर्व में पंडित जवाहरलाल नेहरु की स्टैचू लगाई गई थी उसे सरकार द्वारा कंस्ट्रक्शन के नाम पर हटाना गैर मुनासिब रवैया है। इंतखाब आलम ने कहा कि जो देश बनाने वाले लोग हैं आज उनकी मूर्ति को दरबदर भटकाना किसी भी तरीके से ठीक नहीं है। श्री आलम ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता प्रथम प्रधानमंत्री जो भारत को बनाने के क्रम में अपनी पूरी संपत्ति दान दे दिए और अपना पूरा जीवन भारत वासी को दे दिया आज उनकी मूर्ति को दरबदर भटकाना गैर मुनासिब लगता है। इंतखाब आलम ने अपने पत्र को मलिकार्जुन खरगे को देते हुए कहा कि कृपया आप बिहार सरकार के मुखिया लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और पंडित जवाहरलाल नेहरु की स्टैचू को वहीं स्थापित रहने का अनुरोध किया।