किशनगंज : ऑनलाइन ओपन शतरंज में कमल बने चैंपियन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला शतरंज संघ द्वारा गुरुवार को सभी आयु वर्ग के बालक बालिकाओं के बीच एक नि:शुल्क ऑनलाइन ओपन शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में अपने जिले के प्रमुख खिलाड़ियों समेत अन्य स्थानों से भी करीब दो दर्जन सक्षम खिलाड़ियों ने भाग लिया। संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता एवं कार्यक्रम के संयोजक संयुक्त सचिव सुधांशु सरकार ने जानकारी दी की इस ओपन प्रतियोगिता में नेपालगढ़ निवासी शतरंज प्रशिक्षक कमल कर्मकार चैंपियन बने। खगड़िया के केशव यशवंत को 10वां, कोलकाता के हर्ष अग्रवाल को 18वां एवं खगड़िया के ही माधव कुमार यशवंत को इस प्रतियोगिता में 21 वां स्थान प्राप्त हुआ। चैंपियन खिलाड़ी कमल के बाद अन्य स्थानों पर क्रमशः दिव्यांशु सिंह, सौरभ कुमार, रोहन कुमार, चेतन दुग्गर, रोहित गुप्ता, रित्विक मजूमदार, रवि कुमार, प्रिंस कुमार, अदनान रजा, प्रत्युषी जैन, रूपीका जैन, रूद्र तिवारी, सुरोनोय दास, जयब्रतो दत्ता, धानी अग्रवाल, अयान अग्रवाल, रूपिका कुमारी एवं अन्य ने जगह बनाई। चैंपियन खिलाड़ी कमल को संघ के मानद महासचिव तथा भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी शंकर नारायण दत्ता सहित दर्जनों अन्य पदाधिकारियों ने बधाई दी। इस मौके पर श्री दत्ता ने कहा की कमल शतरंज प्रशिक्षक होने के बावजूद खिलाड़ी के रूप में भी अभी भी अग्रणी हैं। इस खेल में उम्र का बहुत महत्व होता है। सामान्यत: कम उम्र के खिलाड़ीगण दिमागी तौर पर ज्यादे सक्रिय एवं सक्षम होते हैं।उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह क्षमता स्वत: क्षीण हो जाता है। कमल कुल 5 बार जिला चैंपियन बनकर इस खेल में अपना वर्चस्व सिद्ध कर चुके हैं। पिछले लगभग 17 वर्षों से वे अब नए शिक्षार्थियों को इस खेल का विधिवत् प्रशिक्षण दे रहे हैं। अपने जिले के लगभग सभी प्रमुख खिलाड़ीगण इन्हीं के छात्र हैं, जिन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन किया है। फिर भी जब इन्हें सबके साथ खेलने का मौका मिलता है तो अक्सर ये सबको पछाड़ कर अपनी श्रेष्ठता को पुन: सिद्ध कर देते हैं। यह वाकई में एक चमत्कारिक उपलब्धि है जो अपने आप में एक दृष्टांत है।