वगैर चिराग के सांसद कहां जाएंगे।नारा लगाने

डॉक्टर लक्ष्मी नारायण सिंह-फतुहा। राजनीति से नीति लगभग समाप्त हो गया है सिर्फ राज ही राज रह गया है। चिराग पासवान के पिता के मृत्यु के बाद संतावना के बदले अपनी-अपनी सोंच के पिटारा खोलना शुरू कर दिया।और अपने आप को चानकय कहने वालों का कतार सज गया। चिराग आंखों में आसूं लिए कहा कि जदयू के विरुद्ध उम्मीदवार देंगे। यही कारण जदयू अर्श से फर्श पर आ गए। जनता ने जिसे हटाया उसे भाजपा ने बैठाया। यदि उस समय भाजपा के विरुद्ध उम्मीदवार चिराग देता तो आज़ क्या सत्ता का मलाई चाभते । आज चिराग को छोड़कर भागने वाले अपने आप को शायद चानकय समझते हैं । उन्हें समझने कि आवश्यकता है कि मैं अंधकार को नहीं चिराग को छोड़कर भागे हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजय पासवान ने कहा किया जनता तो चिराग पासवान के साथ रह गया है। अनिता पाटनी ने साफ शब्दो में कहा कि चिराग तो चिराग हैं ही भागने वाले तीन साल के बाद कहां जाएंगे।पारस जी को कौन टिकट देगा। राणा राजेन्द्र पासवान ने कहा कि जनता के बीच चिराग पासवान और पारस जी आएं तो औकात पता चल जाएगा जनता किसके साथ है। भाजपा मीडिया प्रभारी डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह ने कहा चिराग पासवान और पारस जी जनता के बीच जाएंगे तो भाड़ा पर नारा लगाते तथा माला पहनाने वाला को लाना होगा। लोजपा नेता सुरेश प्रसाद यादव ने कहा कि नारा लगाने, माला पहनाने वाला भाड़ा पर लाना होगा। अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि जनता तो चिराग के साथ है और अधंकार पारस जी को साथ है। शोभा देवी ने कहा कि चिराग तुम मत घबराना जनता तुम्हारे साथ है उनके साथ नारा लगाने वाला भी नहीं रह गया है।