क्या हमारे देश का सिस्टम इतना खराब , बेकार व गंदा हो गया है

सता की आड़ में ऐसा खेल हो ते रहा तो आप ही बताओ, जनता के लिए आवाज कौन उठायेगा।
नीतीश जी सता को अपने हाँथो से जाने दिजिए, आपके साथ भी लोग यही हाल करेंगे, जो पप्पू यादव के साथ हो रहा है।
अनिल कुमार मिश्रा-बिहार में नगा नृत्य व जनविरोधी दृश्य को देख कर क्या ऐसा नहीं लगता है कि अंधभक्तो को भी सड़क पर आना चाहिए, अंधभक्तो अगर अभी भी नहीं जागोगे और सड़क पर नहीं आओगे, तो भग्वान भी माफ नहीं करेगा।
बिहार के माननीय मुख्य मंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करते है की कोरोना काल के महामारी के दौरान किसी भी नेता के साथ ऐसा बरताव नहीं करें, सहन शक्ति रखे, नहीं तो देश का ,वह भी खासकर बिहार के जनता आपको कभी भी माफ नहीं करेगें।
हमारे देश में जनता की आवाज उठाने वाले लोग जब चंद घंटो में अपराधी बन जा रहे है तो याद रखे नीतीश जी सता जाते ही आप भी जेल जाने को तैयार रहें । आपके साथ भी यही होगा जो पप्पू यादव के साथ हुआ है।
बिहार में नीतीश जी आपका 15 वर्षो से भी अधिक दिनों से सरकार है ,पप्पू यादव अपराधी था या बेल टुटा हुआ था तो आप क्या कर रहे थे और आपदा काल में ही आपको पप्पू यादव को जेल भेजने का जरूरत क्यों आन पड़ा और आज विषम परिस्थितियों में पप्पू याद ही क्यों याद आये है जबकी अपने क्षेत्र के जनता को बचाने के लिए दिन रात एक किये हूए है। सुना है कोरोना काल में जनता को सेवा करने पर सरकारी नौकरी में प्राथमिकता सरकार द्वारा दिया जायेगा ऐसी परिस्थितियों में दिन- रात जनता को सेवा करने वालो को सरकार की नजरों में प्राथमिकता क्यों नहीं है, क्या बढ़ते लोकप्रियता से सरकार घबरा चुकी है। क्या आपको ऐसा नहीं लगता है कि बिहार सरकार के माननीय मुखिया नीतीश कुमार ने कायरो और मकारो की बचाव में यह कदम बहुत ही जल्दबाजी में उठाया है जो जनहित द्रोही है।