खेत में अचानक पानी आने से पच्चास एकड़ में लगी धान कि फसल हुई नस्ट

गया / सुमित कुमार मिश्रा / उत्तरी कोयल से निकली नहर की शाखा में एकाएक पानी आ जाने के कारण मकसूदपुर गांव में करीब 50 एकड़ में धान का पस्तर पानी मे डूब जाने से परेशान किसानों ने स्थानीय पदाधिकारियों को एक आवेदन देकर उचित मुआवजा की मांग की है। बीडीओ को लिखे आवेदन में किसानों ने बताया है कि जरूरत के समय नहर में पानी का न आना और गैर जरूरी समय मे पानी से सारे खेतों का डूब जाना हम सब किसानों के साथ व्यवस्था का यह एक भद्दा मजाक है। खरीफ और रबी फसल दोनो का एक साथ मारे जाने से हम सब किसान मर्माहित हैं। हम सब लघु किसान हैं ,ऐसे में सरकार की ओर से उचित मुआवजा मिले ,इसकी चिंता आप करें। धान की तैयार फसल और रबी के बीज का खेतों में ही सड़ जाने की संभावना ने किसानों को निराशा से भर दिया है। इसलिए हमें उचित मुआवजा दिलाने का प्रावधान किया जाए। किसानों ने अपने आवेदन की प्रति सीओ और प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी को भी दी है।आवेदन देने वालों में मकसूदपुर गांव के कौशल शर्मा, विद्या सिंह, पप्पू शर्मा,विकास कुमार ,अभय कुमार, रामानुज शर्मा,सिद्धेश्वर सिंह, कमलेश सिंह, शीत शर्मा, राजकिशोर शर्मा, वसन्त शर्मा, महेंद्र शर्मा, श्यामदेव शर्मा,सुनील शर्मा अमरेंद्र शर्मा आदि किसान शामिल थे।