किशनगंज : बिहार के लाखों नियोजित शिक्षकों की मांग अविलम्ब पुरी करे सरकार:-पिन्टु चौधरी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी किशनगंज

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, शिक्षक अपनी मांगों को लेकर विगत कई सालों से आंदोलन कर रही है, नियोजित शिक्षक का मुख्य मांग राज्यकर्मी का दर्जा, नियमित शिक्षक के जैसा सेवाशर्त, पुरानी पेंशन, ऐक्षिकस्थानंतरण, बिना शर्त अनुकम्पा का लाभ आदि है, लेकिन नीतीश सरकार इन नियोजित शिक्षकों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना कर लाखो शिक्षको के परिवार को धोखा देने का काम कर रही है।माननीय पटना उच्च न्यायालय द्वारा नियोजित शिक्षकों के हित मे समान काम समान वेतन का फैसला सुनाया गया था, लेकिन राज्य सरकार अपने ही कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए, सुप्रीम कोर्ट में SLP दायर किया और एक लंबे अंतराल तक सुनवाई होने के बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट राज्य सरकार के हित मे फैसला सुना दिया और सरकार को यह सुझाव दिया कि आप शिक्षको को बेहतर वेतन और सुविधा दे सकते है, लेकिन राज्य सरकार माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी नही माना, उसके बाद बिहार के 4 लाख शिक्षक विद्यालय बन्द कर के लगभग 78 दिन हड़ताल में रहा और सरकार के द्वारा एक समझौता हुआ कि कोरोना काल मे आप सभी शिक्षक विद्यालय में योगदान कर ले, कोरोना महामारी जब सामान्य स्थिति में होगी तो सरकार और शिक्षक संगठन आपस मे बातचीत करेगी और शिक्षक हित मे अच्छे फैसले लिए जाएंगे, लेकिन राज्य सरकार पुनः नियोजित शिक्षकों को ठगने का काम किया और नियोजित शिक्षकों के मुख्य माँग से इतर फैसला लिया।आगामी विधानसभा चुनाव आते ही पुनः सरकार शिक्षकों को लांलीपाप दिखाने में लग गये हैं।कांग्रेस पार्टी किशनगंज के जिला अध्यक्ष पिन्टु चौधरी नियोजित शिक्षकों को आश्वस्त किया कि बिहार में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी तो शिक्षकों के मांगे अवश्य पुरी होंगी ।