किशनगंज : कोरोनावीर सम्मान से सम्मानित होंगे, बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह

किशनगंज पुलिस कप्तान कुमार आशिष के नेतृत्व में पुलिस के बड़े अधिकारी से लेकर हवलदार तक सभी दिन रात कर रहे है कड़ी मेहनत..वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक दिव्यांग से थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह की मुलाकात हुई, उसने दिव्यांग को खाने का सारा सामान दिया।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बहादुरगंज जैसा कि आप जानते है लॉक डाउन के साथ ही बिहार के पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डे द्वारा पुलिसकर्मियों और अधिकारियों से बात कर उनका लगातार हौसला बढ़ाया जा रहा है।साथ ही डीजीपी पुलिसकर्मियों को लगातार निर्देश दे रहे है कि अपनी सेवा से लोगो का दिल जीत ले जिसमे काफी हद तक बिहार पुलिस सफल नजर आ रही है।इसी कड़ी में किशनगंज जिले के बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह से बिहार पुलिस के मुखिया डीजीपी श्री गुप्तेश्वर पांडेय ने फोन पर की बात।लाकडाऊन के दौरान थानाध्यक्ष द्वारा किए गए कार्यों की DGP ने प्रशंसा कर हौसला अफ़जाई की।किशनगंज पुलिस द्वारा लाकडाऊन में लगातार किए जाने वाले जन-सेवा के कई कार्यक्रमों की गूंज पूरे बिहार में सुनाई पड़ रही है।
बीमार व्यक्ति-कमल किशोर अग्रवाल पिता-भक्ति अग्रवाल सा-गर्बनडंगा को पुलिस कप्तान किशनगंज के निर्देश पर बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह द्वारा मेडिकल दुकान से दवाई लेकर घर में उनके परिजनों को सौंपा..किशनगंज पुलिस कप्तान कुमार आशिष के नेतृत्व में किशनगंज पुलिस के बड़े अधिकारी से लेकर हवलदार तक सभी दिन रात मेहनत कर रहे हैं, चाहे बात बिमार लोगों का मुफ्त ईलाज अथवा दवाई का प्रबंध करना हो या फिर फ्री ऐंबुलेंस सेवा के जरिए मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाना हो या भुखे लोगों तक खाना पहुचाने का काम हो ये सभी कार्य जिला पुलिस कप्तान कुमार आशिष के नेतृत्व में निरंतर जारी है।
वही कुछ दिन पूर्व नालन्दा के बेन थाना की महिला थानाध्यक्ष पिंकी प्रसाद द्वारा एक गरीब मजदूर को रक्त दिए जाने पर डीजीपी श्री पाण्डे ने खुद फ़ोन कर न केवल इस कार्य के लिए उन्हें बधाई दी बल्कि कोरोना जैसे संकट के समय एक महिला पुलिस पदाधिकारी होते हुए रक्तदान कर एक गरीब दलित मजदूर की जान बचाई है निश्चित तौर पर यह बहुत ही सरहानीय कार्य है।
किशनगंज पुलिस ने पुनः पेश किया मानवीय चेहरा..
वही बात बात करे जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष की तो, बिहार के सीतामढ़ी जिले के कुछ मजदूर दिल्ली में फंसे हुए थे और उनके पास पैसे नही थे, राशन नही था, बेबस और मजबूर थे।लेकिन उन्हें कोई मदद नही मिल पाई।दिल्ली स्थित हेल्पलाइन लगातार बिजी रहा, स्थानीय सीतामढ़ी प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर पर सम्पर्क किया गया लेकिन वो भी किसी कारणवश नहीं लगा।लाचार युवक ने फिर उसके बाद किशनगंज पुलिस कप्तान कुमार आशीष से अनुरोध किया।प्रवासी की मजबूरी समझते हुए श्री कुमार आशीष ने तत्काल उस जरूरतमंद के एकाउंट में पैसे भेज दिए।सनद रहे कि ये लोग किशनगंज जिले के निवासी भी नही थे, ना ही कोई पूर्व परिचित थे..फिर भी इंसानियत की हिफाज़त के लिए पुलिस कप्तान ने ऐसी कोशिश की।
अर्राबाड़ी ओपी प्रभारी ईश्वरी प्रसाद द्वारा अत्यंत वृद्ध एवं चलने फिरने से असहाय जरूरतमंदों के घर जाकर वृद्धा-पेंशन योजना का कार्यान्वयन करवा कर पेंशन राशि घर बैठे दिलवाई।वही पुलिस कप्तान कुमार आशिष के निर्देश पर थानाध्यक्ष बहादुरगंज सुमन कुमार सिंह ने बनबरिया (कोढ़ोबाड़ी) जो किडनी की बीमारी से पिड़ित थी को पटना से दवा मंगवा कर उन तक पहुंचाया।जो एक अजूवा और वेहतर पुलिसिंग का नमूना है।
वही किशनगंज खगड़ा बंजारा बस्ती में 25 परिवार को किशनगंज पुलिस के तरफ से राशन दिया गया।किशनगंज पुलिस लगातार आमजनों के हित में मानवीय संवेदनाओं से भरे ऐसे कई प्रयास कर रही है।