पटना में पुलिस लाइन में बवाल को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लिया गंभीरता से बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी से मांगी पूरी जानकारी…

पटना ट्रेनी महिला पुलिस की डेंगू से हुई मौत के विरोध में पटना में पुलिस लाइन में बवाल को लेकर राज्य सरकार भी सकते में है।पुलिस महकमा स्तब्ध है।पटना से लेकर दिल्ली तक इसकी चर्चा हो
रही है।मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर बिहार का यह सिपाही विद्रोह अचानक छा गया है।अब इस मामले को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लिया है।उन्होंने बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी से पूरी जानकारी मांगी है।इसके साथ पुलिस पदाधिकारियों की भी हाई प्रोफाइल बैठक हुई है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना के बाबत डीजीपी केएस द्विवेदी से बात की।घटना की ताजा स्थिति की जानकारी ली।इसके बाद उन्होंने पूरे मामले का डिटेल्स मांगा।सूत्रों की मानें तो घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी दुखी हैं और कहा है कि इस तरह की घटना भविष्य में नहीं होनी चाहिए।बता दें कि शुक्रवार की सुबह उस समय अचानक हंगामा मच गया,जब उदयन अस्पताल में ट्रेनी महिला पुलिसकर्मी की मौत हो गयी।कहा जा रहा है कि उसे डेंगू हो गया था।उनके सहकर्मियों का आरोप है कि महिला पुलिसकर्मी अपने इलाज के लिए छुट्टी मांग रही थी।
लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही थी।आज उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी।अपनी महिला साथी की मौत की खबर सुनकर ट्रेनी पुलिसकर्मियों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और वे लोग भूल गये कि उन पर सुरक्षा की बड़ी जिम्मेवारी है।इसे भूलते हुए वे अपने सीनियर अधिकारियों पर हाथ ही नहीं छोड़ा,बल्कि सरकारी संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया।हालात तब और बिगड़ गये,जब ट्रेनी पुलिसकर्मी पब्लिक पर भी पथराव करने लगे।इसके बाद तो स्थानीय लोग भी विरोध में उतर गये।पथराव के जवाब में स्थानीय लोग भी ईंट-पत्थर बरसाने लगे। भयावह स्थिति को देखते हुए एसएसपी मनु महाराज भी पहुंच गये।इसके बाद भी पथराव नहीं थमा।तब वे पथराव से बचने के लिए हेलमेट पहन लिये।
पुलिस लाइन घंटों रणक्षेत्र में बदला रहा।पुलिस के सीनियर अधिकारियों के अलावा मीडियाकर्मी को भी पीटा गया।आपको बताते चले कि राजधानी पटना मे डेंगू व टॉयफायड से जूझ रही महिला पुलिसकर्मी की छुट्टी ना मिलने से मौत हो गयी।इसके बाद से राजधानी के पुलिस महकमे में हंगामा मचा हुआ है।
मृतका की साथी महिला पुलिसकर्मियों ने पुलिस विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाया है।महिला पुलिसकर्मियों का कहना है कि छुट्टी मांगने पर हमें बेइज्जत किया जाता है।इज्जत की धज्जियां उड़ायी जाती है।सीनियर्स कहते हैं कि जीते जी तो कभी नहीं मिलेगी छुट्टी।मर जाने के बाद छुटटी
मिलने की संभावना जरूर है।हम बीमार होकर मर जाएंगे।लेकिन यहां हमें देखने वाला कोई नहीं है।पुलिस विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि ढ़ाई महीने से एक भी छुट्टी नहीं मिली कि हम परिवार से मिल सके।उनका कहना है कि हमलोग लगातार काम कर रहे हैं।छुट्टी की बात करने पर कहते हैं काम करने आयी हो या छुट्टी लेने।हमें बिना बताएं ट्रैफिक पुलिस में डाल दिया गया।विरोध कर रही पुलिसकर्मियों का कहना है कि हमें यहां काम नहीं करना है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर