किशनगंज : ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता की नई पहचान
गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय प्रमाणीकरण मूल्यांकन सम्पन्न

किशनगंज,20नवंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों तक पहुँचाने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों को नई गति मिली है। इसी क्रम में किशनगंज प्रखंड अंतर्गत गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाणीकरण (NQAS) का महत्वपूर्ण मूल्यांकन आज सम्पन्न हुआ। यह मूल्यांकन जिले के स्वास्थ्य तंत्र को national-level benchmarks की ओर ले जाने वाला एक अहम कदम माना जा रहा है।
राष्ट्रीय टीम ने किया विस्तृत निरीक्षण
दो सदस्यीय राष्ट्रीय मूल्यांकन टीम—मोहम्मद शहनवाज़ एवं ज्ञानरंजन नायक—ने पूरे दिन केंद्र का समग्र मूल्यांकन किया। टीम ने दवा उपलब्धता, लैब संचालन, बायोमेडिकल वेस्ट निपटान, साफ–सफाई, संक्रमण नियंत्रण, रोगी संतुष्टि, रिकॉर्ड संधारण, प्रतीक्षालय व्यवस्था आदि सभी सेवाओं की बारीकी से समीक्षा की। एसेसरों ने केंद्र में हाल के महीनों में किए गए सुधारों—जैसे रोगी-अनुकूल व्यवस्था, सतत दवा उपलब्धता, डिजिटल रिकॉर्ड अपडेट—की सराहना की और कुछ सेवाओं को और बेहतर बनाने के सुझाव भी दिए।
जिला स्तर पर गुणवत्ता सुधार की मजबूत पहल
डीक्यूएसी सदस्य सुमन सिन्हा ने कहा कि केंद्र ने गुणवत्ता सुधार के प्रति जिस गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने विश्वास जताया कि गाछपाड़ा केंद्र जल्द ही जिले के लिए एक और राष्ट्रीय उपलब्धि बन सकता है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणीकरण केवल प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित, भरोसेमंद और मानक-आधारित स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण, मरीज संतुष्टि फीडबैक और सामुदायिक स्वास्थ्य गतिविधियों को भी गुणवत्ता सुधार प्रक्रिया से जोड़ा गया है।
जिलाधिकारी ने गुणवत्ता को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों तक पहुँचाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इससे ग्रामीण जनता का स्वास्थ्य तंत्र पर भरोसा बढ़ता है और उन्हें अपने गाँव में ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं। उन्होंने गाछपाड़ा केंद्र की टीम की तैयारी को सराहते हुए कहा कि भविष्य में सभी केंद्रों को इसी स्तर तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिले की पूर्व उपलब्धियों ने बढ़ाया मनोबल
सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में इससे पहले भी कई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त कर चुके हैं। ये उपलब्धियाँ अब अन्य केंद्रों को प्रेरित कर रही हैं। गाछपाड़ा केंद्र इसी श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि जोड़ सकता है।
आज का मूल्यांकन इस दिशा में एक और मजबूत कदम है और यह दर्शाता है कि किशनगंज जिला गुणवत्ता-आधारित ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के मॉडल के रूप में उभर रहा है।


