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* दुर्गा पूजा के अवसर पर मूर्ति एवं पूजन सामग्रियों के विसर्जन हेतु शहर के विभिन्न नदी घाटों पर पटना नगर निगम एवं अन्य नगर निकायों द्वारा कृत्रिम तालाब बनाया जा रहा है।*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/ पटना नगर निगम द्वारा गंगा घाटों पर करीब 10 कृत्रिम तालाब बनाया जा रहा है। मूर्ति विसर्जन हेतु अन्य नगर निकायों द्वारा भी कृत्रिम घाटों का निर्माण किया जा रहा है।

* दुर्गा पूजा के लिए पटना नगर निगम क्षेत्र में निर्धारित कृत्रिम तालाबों की सूची: *पाटलिपुत्र अंचल*: दीघा घाट, पाटी पुल घाट; *पटना सिटी अंचल*: कंगन घाट, किला घाट, डमराही घाट; *अजीमाबाद अंचल*: भद्र घाट (पूर्वी), भद्र घाट (पश्चिमी), चित्रगुप्त तालाब, गाय घाट।

* जिलाधिकारी, पटना ने कहा कि मूर्ति विसर्जन के दौरान विधि-व्यवस्था संधारण के लिए इन कृत्रिम घाटों तथा तालाबों पर तीन पालियों में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। मानिकचंद तालाब, दीघा पाटीपुल घाट, लॉ कॉलेज घाट, राज पेट्रोल पंप के सामने बड़ी देवी जी मिलन स्थल, गायघाट विसर्जन स्थल, भद्रघाट विसर्जन स्थल, कंगनघाट विसर्जन स्थल, दमराही घाट (मालसलामी), नंदगोला घाट (मालसलामी), नारियल घाट, नासरीगंज घाट तथा शाहपुर गंगा घाट विसर्जन स्थलों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।

* जिलाधिकारी ने कहा कि इन घाटों पर आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से नाव, नाविक, गोताखोर तथा एसडीआरएफ टीम की प्रतिनियुक्ति रहेगी।

* विदित हो कि जल (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के प्रावधानों के अनुसार किसी भी प्रवाह में मूर्ति विसर्जन पर पूर्ण प्रतिबंध है।

* मूर्ति विसर्जन कृत्रिम तालाबों में होगा।

* मूर्ति विसर्जन के संबंध में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद्, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित दिशा-निदेशों का अक्षरशः अनुपालन अनिवार्य है।

* ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली, 2016 के अनुसार मूर्तियों के विसर्जन से पहले जैव-विघटनीय सामग्रियाँ निपटान के लिए अलग से एकत्र की जाए। सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए।

* जिला प्रशासन, पटना द्वारा पूजा समितियों को उनके इस दायित्व से अवगत करा दिया गया है।

* जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों द्वारा नागरिकों एवं पूजा समितियों को जागरूक किया जा रहा है कि वे मूर्ति विसर्जन और पूजन सामग्री का विसर्जन केवल निर्धारित कृत्रिम तालाबों में करें। इस अभियान को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए नगर निगम की विशेष जागरूकता टीमें भी इन घाटों पर तैनात रहेंगी। यह टीमें लोगों को प्लास्टिक रैपर, पॉलीथिन और अन्य अजैव नष्ट होने वाली सामग्री के उपयोग नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगी।

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