राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का किशनगंज में शुभारंभ
1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को दी जाएगी कृमिनाशक दवा, छूटे बच्चों के लिए होगा मॉप-अप राउंड

किशनगंज,16सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बच्चों की सेहत और भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए किशनगंज जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ मंगलवार को जिलाधिकारी विशाल राज द्वारा बालिका उच्च विद्यालय, किशनगंज में किया गया। यह अभियान पूरे देश में वर्ष में दो बार आयोजित होता है, जिसका उद्देश्य 1 से 19 वर्ष की आयु के सभी बच्चों और किशोरों को कृमि संक्रमण से बचाना है।
बच्चों का स्वास्थ्य ही राष्ट्र का भविष्य: जिलाधिकारी
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए डीएम विशाल राज ने कहा, “बच्चों का स्वास्थ्य भविष्य की मजबूत नींव है। यदि हम उन्हें बाल्यावस्था से ही रोगमुक्त रख पाते हैं, तो एक स्वस्थ और प्रगतिशील समाज की कल्पना साकार होगी।”
उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे आगे आकर अपने बच्चों को दवा जरूर दिलवाएँ, ताकि कोई बच्चा इस अभियान से वंचित न रह जाए।
जिले में 6 लाख बच्चों को देने का लक्ष्य: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जानकारी दी कि जिले में लगभग 6 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा देने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य संस्थानों में व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं, आशा कार्यकर्ताओं और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे सुरक्षित तरीके से बच्चों को दवा दे सकें।
मॉप-अप राउंड से छूटे बच्चों को मिलेगा लाभ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि किसी कारणवश आज दवा से वंचित रह गए बच्चों को 17 से 20 सितंबर के बीच मॉप-अप राउंड के जरिए दवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर बच्चों की सूची तैयार कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी बच्चा दवा से वंचित न रहे।
जन-जागरूकता भी है इस अभियान की अहम कड़ी
डीडीए सुमन सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस केवल दवा वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जन-जागरूकता का भी अभियान है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए ताकि एक स्वस्थ भविष्य की नींव रखी जा सके।
अभियान में भारी भागीदारी
कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य समिति की टीम, विद्यालय के शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविकाएँ, आशा कार्यकर्ता, छात्र-छात्राएँ और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अधिकारियों ने दवा की सुरक्षा, प्रभाव और आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बच्चों से कहा कि यह साधारण टैबलेट है, जिससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सभी ने लिया संकल्प
समारोह के अंत में सभी उपस्थित जनों ने यह संकल्प लिया कि अभियान को सामूहिक जिम्मेदारी के साथ सफल बनाया जाएगा और किशनगंज के प्रत्येक बच्चे को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।