मिशन परिवार विकास अभियान: जनसंख्या संतुलन और स्वस्थ समाज की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
01 से 20 सितम्बर तक चलेगा विशेष अभियान – दम्पति सम्पर्क सप्ताह एवं परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन

किशनगंज,02सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, परिवार नियोजन को जनांदोलन बनाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाते हुए किशनगंज जिले में 01 से 07 सितम्बर तक दम्पति सम्पर्क सप्ताह और 08 से 20 सितम्बर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। यह अभियान मिशन परिवार विकास के अंतर्गत भारत सरकार एवं राज्य सरकार के साझा प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जनसंख्या संतुलन के साथ-साथ एक स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण करना है।
जनसंख्या संतुलन से सामाजिक-आर्थिक स्थिरता
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का माध्यम नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी, आर्थिक स्थिरता और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक व्यापक पहल है। अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी दम्पति जानकारी या संसाधनों की कमी के कारण सेवाओं से वंचित न रहे।
मिशन को बनाएं जनांदोलन: डीएम
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों, जीविका दीदियों, आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी सेविकाओं से अपील की कि वे सक्रिय भागीदारी निभाकर हर घर तक परिवार नियोजन का संदेश पहुँचाएं।
सामुदायिक भागीदारी और समन्वय
इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करने हेतु दिघलबैंक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और PSI संस्था के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में यह तय किया गया कि सेवा प्रदायगी और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता में किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।
सिविल सर्जन ने बताया कि अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी सेविकाएं, जीविका दीदी, विकास मित्र और पंचायत प्रतिनिधि घर-घर जाकर परामर्श देंगे, सेवाओं की जानकारी देंगे और इच्छुक दम्पतियों को स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुँचाएंगे।
प्रचार-प्रसार और जागरूकता
स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता के लिए बैनर, पोस्टर, दीवार लेखन तथा डिजिटल माध्यमों के ज़रिए व्यापक प्रचार-प्रसार की रणनीति तैयार की है। साथ ही अभियान के दौरान प्रगति की दैनिक समीक्षा भी की जाएगी।
दीर्घकालिक लाभ और स्थायी विकास
डॉ. चौधरी ने कहा कि यह अभियान महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने, परिवारों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने और समाज को संतुलित विकास की दिशा में ले जाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने इसे केवल स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन बताया।