*PK ने जन सुराज को मिल रहे अपार जन समर्थन पर कहा – ये 30 बरस की छटपटाहट है, बिहार के लोगों को अपने बच्चों की चिंता है इसलिए लोग बदलाव चाहते हैं*

श्रुति मिश्रा/प्रशांत किशोर ने तेजस्वी-तेज प्रताप के बीच विवाद पर कसा तंज, बोले – बिहार की जनता को इससे कोई मतलब नहीं है, बिहार के लोग अब रोजगार चाहते हैं और पलायन खत्म करना चाहते हैं
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आज कटिहार में ‘बिहार बदलाव जनसभा’ करने पहुंचे। बरारी प्रखंड के सूजापुर विद्यालय मैदान में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से भी बात की। इस दौरान उन्होंने जन सुराज पार्टी की बिहार बदलाव यात्रा को मिल रहे जनता के अपार समर्थन को बिहारियों की 30 साल की छटपटाहट के तौर पर बताया।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग 30 साल से लालू के डर से नीतीश-भाजपा और भाजपा के डर से लालू को वोट दे रहे हैं। अब इस बार लोग अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए वोट देना चाहते हैं। इस साल नवंबर में जन सुराज की नई व्यवस्था आ रही है और बिहार से गरीबी हटने व पलायन बंद होने जा रहा है।
वहीं राजद प्रमुख लालू यादव के पुत्रों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच अनबन की खबरें सामने आने के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि इससे बिहार के लोगों को कोई मतलब नहीं है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि लालू यादव के बच्चों में झगड़ा हो या दोस्ती हो, इससे हमलोगों को कोई लेना-देना नहीं है। बिहार के लोगों को अपने बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार चाहिए। युवाओं को फैक्ट्री-इंडस्ट्री चाहिए। कटिहार और सीमांचल के लोगों को बाढ़ की समस्या से निजात चाहिए।
*कटिहार में प्रशांत किशोर का बड़ा वादा, कहा- छठ के बाद युवाओं को बिहार में ही 12 हजार रुपये तक का रोजगार, बुजुर्गों को 2000 रुपये पेंशन, बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देंगे*
इससे पहले प्रशांत किशोर ने जनसभा में कटिहार की जनता से बड़ा वादा करते हुए कहा कि इस बार अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट कीजिए। इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद कटिहार के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार भर के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं 10-12 हजार रुपये का रोजगार दे दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। साथ ही जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।
प्रशांत किशोर ने जनता से अपील की कि इस बार उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। चाहे लालू हों, नीतीश हों या मोदी हों, इस बार नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। इस बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। इस बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।