किशनगंज: एंटी मलेरिया माह के तहत जनजागरूकता अभियान जोरों पर, समुदाय की भागीदारी से मलेरिया मुक्त जिला बनाने का लक्ष्य

किशनगंज,25जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बारिश के मौसम के साथ मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है, जिससे मलेरिया जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए जिले में जून माह को ‘एंटी मलेरिया माह’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पूरे जिले में व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र एवं पंचायत स्तर की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि मलेरिया की रोकथाम केवल इलाज से नहीं, बल्कि जनसहभागिता से भी संभव है। मच्छरों की उत्पत्ति रोकने के लिए स्वच्छता सबसे जरूरी उपाय है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कूलर, गमले, डिब्बे, टायर जैसे जल जमाव वाले स्थानों को नियमित साफ करें और मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें।
एंटी मलेरिया अभियान के तहत आशा, एएनएम, शिक्षकों और पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से घर-घर जाकर लोगों को मलेरिया के लक्षण, बचाव और समय पर इलाज के प्रति सजग किया जा रहा है। बुखार के रोगियों की स्क्रीनिंग कर त्वरित इलाज की व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि यह सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि मलेरिया को जड़ से समाप्त किया जाए। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि जिला से लेकर पंचायत स्तर तक समन्वय बनाकर अभियान को प्रभावी रूप से चलाएं। स्कूलों में बच्चों को बीमारी की जानकारी देकर उनके माध्यम से परिवार को भी जागरूक किया जा रहा है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने जानकारी दी कि विद्यालयों में निबंध लेखन, चित्रकला, पोस्टर प्रदर्शनी और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रमों से बच्चों को मलेरिया के प्रति संवेदनशील किया जा रहा है। वहीं, स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया जांच और निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है।
मलेरिया से बचाव के प्रमुख उपाय:
- मच्छरदानी का नियमित उपयोग करें
- घर और आसपास जल जमाव न होने दें
- सभी जल पात्र सप्ताह में एक बार खाली कर साफ करें
- टंकी, कूलर, फूलदान आदि को ढक कर रखें
- शाम को पूरी बाजू के कपड़े पहनें
- मच्छर भगाने वाली क्रीम या साधन उपयोग करें
- बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराएं
डॉ. मंजर आलम ने स्पष्ट किया कि मलेरिया से बचाव इलाज से अधिक जरूरी है। “हमारा लक्ष्य है मलेरिया मुक्त किशनगंज और यह तभी संभव होगा जब प्रत्येक नागरिक जागरूक और जिम्मेदार भूमिका निभाए,” उन्होंने कहा।