
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/हल्ला हल्ला कइले हथिन दलित अतिपिछड़ा के मसीहा बनेले… लेकिन भैया अब काहे याद ऐलो ई सब.. नाना जी, दादी जी, पापा जी, मम्मी जी के रिमोट जी सब प्रधानमंत्री हलखिन तौ कि कैलहो हल दलित अतिपिछड़ा ले.. आज दशरथ मांझी जी याद आ रहलखिन.. तब कि कैलहो हल सब वीर बहादुर उनखा ले, उनखर परिवार ले.. आज एकदम ब्रह्मा जी बनल हो.. कह सक हो कि पूर्वज घरी हम नय कुछ जान हलियै लेकिन रिमोट जी जखने प्रधानमंत्री हलखिन तखने तो बड़ी पावर में हल्हो.. संसद के बिल फाड़ दे हल्हो.. काहे नय जातिगत जनगणना करा देलहो हल जी.. काहे आज भी दलित सबके ई हालत है.. कै गो के घर बनले हल.. कै गो दलित मास्टर, मुखिया, सिपाही, दरोगा, जज, कमिश्नर होब हलै जी.. उ तो छोड़ देहो नाम बताहो एगो मांझी राज्यसभा सांसद के.. अभियो एगो नाम बताब.. एक योजना बताब दलित ले जे तोहर घर परिवार या पार्टी के देन है.. जलावन चुने में बेटी के इज्जत लुटा जा हलै ने तोहर राज में भैया.. आज दलित के घर में भी उज्जवला कनेक्शन है.. दलित के बेटी शौचालय नय जा पाव हलै दिन में.. साँझ में जा हलै तो इज्जत लुटा जा हलै आज घर घर शौचालय बन गेलै तौ याद आ रहलो ह दलित दलित.. असली बात है कि चिंता वोट के है नय कि दलित के है.. जेकर राज चल जा है ओकरा दलित याद आब है.. जब राज आब है तो परिवार और जाति याद आब है.. लेकिन भैया देहात में एक कहाबत है “फेर मुरली बेल तर “… वही बात हो अब दलित तोहनी के फेरा में नय पड़े वाला हो.. दलित नरेन्द्र मोदी जी के साथ है.. नीतीश जी के साथ है.. विकास के साथ है.. जीतन राम मांझी जी के नेतृत्व में है…