राजनीति

जिनके राज में समाज के हर वर्ग का हुआ बिहार से पलायन वो आज किस मुंह से कर रहे पलायन रोकने का दावा – डाॅ0 निहोरा प्रसाद यादव

मुकेश कुमार/जद (यू0) प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 निहोरा प्रसाद यादव ने बिहार में पलायन को रोकने के लालू प्रसाद यादव के वादे पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिनके राज में समाज के हर वर्ग ने डर और आतंक के चलते बिहार से पलायन किया वो आज किस मुंह से राज्य में पलायन रोकने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबकि हकीकत ये है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में रोजगार के अवसर बढ़े और ग्रामीण इलाकों में शांति स्थापित हुई है जिससे लोगों के दूसरे राज्यों में पलायन की संख्या में कमी आयी।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बिहार में मजदूर शांति से मजदूरी कर रहे हैं, किसान खेती कर रहे हैं जिसके चलते पलायन कम हुए हैं। लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन का सूत्रधार तो कांग्रेस और आरजेडी का 15 सालों का शासन रहा। कांग्रेस ने हमेशा बिहार की उपेक्षा की और राजद शासनकाल में भय, आतंक, उग्रवाद, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण के कारण बिहार से बड़े पैमाने पर व्यापारी, डाॅक्टर, वकील राज्य छोड़कर पलायन कर गए। उग्रवाद के चलते किसानों ने खेती बंद कर दी थी जिससे श्रमिकों को काम नहीं मिल रहा था इस कारण वो पलायन करने लगे थे। किसानों की खेती करने पर रोक लगाने की परंपरा राजद शासन में तेजी से बढ़ी जिससे किसान शहर की तरफ भागे और मजदूर जीविकोपार्जन के लिए पलायन करने लगे। इस स्थिति को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता संभालते ही भांपा और आरजेडी के शासनकाल के माहौल को समाप्त किया जिससे खेती होने लगी और श्रमिक भी बिहार आकर श्रम करने लगे।

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल के दौरान अधिकांश तौर पर पिछड़े और दलित ही पलायन किया करते थे जिसको मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने पंचायतों और नगर निकायों में आरक्षण की मदद से राजनीतिक ताकत देकर देकर सक्रिय किया। पंचायतों और नगर निकायों में आरक्षण देकर अवसर प्रदान किया। जिससे राज्य में पलायन में कमी आयी। शिक्षा में, स्वास्थ्य में सुधार और शिक्षा प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को आर्थिक मदद देकर उन्होंने राज्य से पलायन को कम करने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि काम-धंधे और रोजगार के लिए बिहार से दूसरे राज्यों में जाने वाले कामगारों की तादाद में रिकाॅर्ड कमी आयी है। बिहार में घर में लोगों को रोजगार मिलने लगा जिससे राज्य से बाहर जाने वालों की रफ्तार में कमी आयी है। इस कमी का मुख्य कारण मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासनकाल में लोगों को मिल रही बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे और आर्थिक अवसर में सुधार को माना जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासनकाल के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में मिल रही सुविधाओं के चलते आज दूसरे राज्यों से छात्र-छात्राएं बिहार आकर उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं चाहे कानून की पढ़ाई हो या फिर फैशन डिजाइनिंग सहित दूसरे विषयों की पढ़ाई हो।

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