आस्था का महान चार दिवसीय छठ व्रत पर्व नहाय खाय के साथ शुरू।..

सोनू कुमार/एकंगरसराय (नालंदा):- लोक आस्था का महान छठ व्रत पर्व प्रखंड क्षेत्र में नहाय खाय के साथ मंगलवार से चार दिवसीय छठ व्रत शुरु हो गया ।प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक धार्मिक स्थल सूर्य नगरी औंगारीधाम ,पिरोजा ,तेल्हाड़ा,धुरगाव,अमनार,धनगांवा, उस्मानपुर,ओप,सूर्य मंदिर तालाबों में छठव्रतियों ने पहले दिन स्नान करने के बाद भगवान भास्कर की पूजा अर्चना कर यह पवित्र व कठिन व्रत शुरु कर दिया । ब्रतधारियों ने सेंधा नमक से बनी कद्दू की सब्जी वा चावल भोजन ग्रहण किया। ऐतिहासिक धार्मिक स्थल सूर्य नगरी औंगारी धाम में मंगलवार से ही छठव्रतियों का आना शुरू हो गया है। भक्त- श्रद्धालुओं एवं छठ व्रतियों ने प्लास्टिक एवं कपड़े का तंबू गाड़कर डेरा डाल दिया है। सूर्य षष्ठी व्रत महज धार्मिक आस्था ही नहीं बल्कि इसका वैज्ञानिक आधार भी है। ऋषियों ने वैज्ञानिकता को सामाजिक ताने-बाने से जोड़ने के लिए इसे धार्मिकता से जोड़ा ताकि भारत की धर्मपरायण जनता विज्ञान को भी आस्थामय आंचल के तले स्वीकार करें। सूर्य व्रत सामान्य तौर पर नहाय- खाय के साथ 5 नवम्बर से शुरू हो गया है। बड़े पैमाने पर चार दिनी पूजा अर्चना का उत्सव परवान पर है। पर्व के तहत काफी संख्या में व्रती महिलाएं एवं पुरुषों अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देती है।छठ व्रत पर्व को लेकर एकंगरसराय, तेल्हाड़ा, निश्चलगंज, एकंगर डीह,कोशियावा,करनगंज आदि बाजारों में काफी रौनक देखी जा रही है। छठी मैया के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। बाजारों में फल एवं खाचे की दुकान सज गई है । हिलसा एसडीओ प्रवीण कुमार ,हिलसा -2 इस्लामपुर डीएसपी गोपाल कृष्णा,सीओ विवेक कुमार, बीडीओ प्रशांत कुमार, सहायक विधुत अभियंता पप्पू कुमार औंगारीधाम मेले पर पैनी नजर रखे हुए हैं। आपको बताते चले कि सरकार की ओर से औंगारीधाम सुर्य मन्दिर तालाब घाटो के चारो तरफ बॉस से बैरिकेटिंग,साफ-सफाई, लाइटिंग ,वाहन पार्किंग, पर्याप्त संख्या में महिला व पुरूष बल की तैनाती,6 वाच टावर,11 गोताखोर,2 मोटर वोट नाव,कई जगहों पर दण्डाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती, अगिनशाम वाहन,दर्जनों जगहों पर अस्थायी शौंचालय, पेयजल, स्वास्थ्य कैम्प समेत अन्य कई प्रकार की व्यवस्था करायी गई है।
फोटो:- औंगारीधाम कार्तिक छठ मेले की तैयारी की जायजा लेते हुए हिलसा एसडीओ प्रवीण कुमार एवं डीएसपी गोपाल कृष्णा