प्रशांत किशोर को मिल रहे जनसमर्थन से घबड़ा गई है सभी पार्टियां – संजय ठाकुर।..

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष का बयान हास्यास्पद
श्रुति मिश्रा /पटना। जन सुराज ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के उस बयान की कड़ी आलोचना की है जिसमें उन्होंने जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर की राजनीतिक विश्वसनीयता के ठौर ठिकाना नहीं होने की बात कही है। उन्होंने उनके बयान को हास्यास्पद और घबराहट का संदेश बताया।
आज़ यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने कहा है कि प्रशांत किशोर के जनता के बीच बढ़ते प्रभाव और राजद, कांग्रेस,जदयू, भाजपा के जमीन पर सिमटते जनाधार से ये सभी पार्टियां बौखला गई है और जन सुराज तथा उसके संस्थापक प्रशांत किशोर पर हमलावर हो गई है। मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी श्री ठाकुर ने कहा है कि बिहार में अब जदयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विश्वसनीयता ख़त्म हो चुकी है और गांव के लोग उन्हें पलटू चाचा के नाम से ही बुलाते हैं। श्री ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा है कि प्रशांत किशोर पदयात्रा अभियान से लोगों को गुमराही से बाहर निकाल रहे हैं और उन्हें अपने बिहारी होने का अहसास करा रहे हैं। श्री ठाकुर ने कहा है कि बिहार में सबसे अधिक अठारह वर्षों से शासन करने वाले नीतीश कुमार और उनका कुनबा बिहार को देश का सबसे गरीब, सबसे अशिक्षित, सबसे ज्यादा बेरोज़गारी और पलायन करने वाला राज्य बना दिया है। भाजपा और जदयू गठबंधन की इस सरकार में जनता को पहले अधिकारी लूट रहा था और अब अपराधी,शराब माफिया,बालू माफिया और अधिकारी सब मिलजुल कर लूटने में लगे हुए हैं। राजद के पन्द्रह वर्षों के जंगल राज से भी भयावह स्थिति अभी बनी हुई है। लूट , हत्या, डकैती, बलात्कार अब यहां रोजमर्रे की घटना हो गई है। विधि व्यवस्था चौपट है। विकास के नाम पर हल्ला मचाने वाले के राज़ में एक दर्जन से अधिक पुल नदी में बह गए जो भ्रष्टाचार का जीवंत प्रमाण है। श्री ठाकुर ने कहा है कि विकास का झुठा ढिंढोरा पीटने वाली बिहार सरकार के अधिकारियों और नेताओं के भ्रष्टाचार ने बिहार के खजाने को लूट कर कर्जखोर राज्य बना दिया है। बिहार सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, 31 मार्च वर्ष 2020 में बिहार सरकार पर 1 लाख 91 हजार रुपए करोड़ कर्ज था जो बढ़कर 31 मार्च 2021 में 2 लाख 38 हजार करोड़ हो गया। बढ़ने का क्रम जारी रहा और 31 मार्च 2023 तक 2 लाख 94 हजार करोड़ रुपए का कर्ज में डूबा हुआ है बिहार। उन्होंने कहा है कि अब बिहार की जनता प्रशांत किशोर जी के नेतृत्व में जग गई है और आगामी विधानसभा चुनाव में इण्डिया और एनडीए दोनों गठबंधनों का सूपड़ा साफ कर जन सुराज पार्टी की सरकार बनाएगी।