राजनीति :-बिहार के नव निर्माण हेतु सभी दलों से निकल जन सुराजी बन रहे हैं लोग – संजय ठाकुर
राजद की बौखलाहट सामने आयी,शेष दलों के अन्दर है भूचाल
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श्रुति मिश्रा/पटना । बिहार में राजद, कांग्रेस , भाजपा और जदयू के समर्थक तथा उनके नेता – कार्यकर्ता रोजाना बड़ी संख्या में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर जी के नेतृत्व के साथ जुड़ रहे हैं और नये बिहार के निर्माण में अपना कंधा लगा रहें हैं। ये लोग बिहार के सत्ता बदलने के जज्बे से लबरेज है और अपने बच्चों के भविष्य के लिए संघर्ष की इस राह पर चल पड़े हैं। यही कारण है कि सभी पार्टियों की जमीन तेज़ी से खिसक रही है और विधानसभा चुनाव आते-आते इन सभी दलों के हाथ से मतदाता अलग हो जाएंगे। ये सभी पार्टियां अपनी करनी से टूट रही है क्योंकि सभी ने बिहार को अशिक्षित,बेरोजगार और मजदूर बनाने की फैक्ट्री बना दिया है। ये पार्टियां अपनी करनी से टूट रही है और इसका ठीकरा जन सुराज पर थोपा जा रहा है। राजद के लालटेन से तेल निकलने का सिलसिला जारी है और जबतक लालटेन बुझ नहीं जाता तब तक यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा। भागलपुर के छः राजद नेताओं के जन सुराज की सदस्यता लेने पर राजद प्रदेश अध्यक्ष द्वारा उन्हें दल से निष्कासित किए जाने पर जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने आज यहां जारी एक बयान में उक्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अपने बयान में श्री ठाकुर ने कहा है कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह द्वारा तथा उनके प्रवक्ताओं द्वारा बार-बार जन सुराज को भाजपा की बी टीम बताना उन सभी के मानसिक दिवालियेपन का प्रमाण है। जन सुराज धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुरक्षित रखने की विचारधारा है और इस पर ऐसा ओछा आरोप राजद नेतृत्व के असंतुलित मानसिकता का परिचायक है। जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर जी महात्मा गांधी, बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर और जन नायक कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा को लेकर गांव- गांव पैदल चल रहे हैं और सही सोंच वाले सही लोगों को अपने साथ जोड़ रहे हैं जिनमें बिहार को कुव्यवस्था से निकालने, जातिवादी, धर्मवादी और परिवार वादी पार्टियों से बचाकर बेहतर बिहार के निर्माण का जज्बा है। श्री ठाकुर ने कहा है कि राजद लालू प्रसाद यादव के परिवार की पार्टी है जहां सारी राजनीतिक ताकत परिवार के लोगों के हाथ में है। पार्टी में लोकतंत्र की तनिक भी गुंजाइश नहीं है। राजद सुप्रीमो ने नौवीं फेल तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है जिससे दल के वरिष्ठ नेताओं व समर्पित कार्यकर्ताओं व समर्थकों में अन्दर ही अन्दर भारी आक्रोश है। यादव और मुस्लिम दोनों समाज के लोग पिछले बत्तीस वर्षों से राजद के साथ रहे किन्तु वे नेतृत्व से ठगे जाते रहे हैं। राजद में योग्य और मजबूत यादव और मुस्लिम युवा नेताओं को न तो टिकट दिया गया और ना ही सरकार में भागीदारी ही दी गई। अब उन सभी में नैराश्य भाव उत्पन्न हो गया है। अर्थात राजद तेजस्वी यादव के अहंकारी नेतृत्व और उनकी करनी से टूट रहा है और जिम्मेदार जन सुराज को बनाया जा रहा है। भाजपा, कांग्रेस और जदयू से भी ठगी और उपेक्षा के शिकार हुए नेता – कार्यकर्ता व उनके समर्थक जिनमें बिहार को बदलने का जज्बा है रोज़ बड़ी संख्या में टूटकर जन सुराज के साथ जुड़ रहे हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि सेक्यूलरिज्म के मजबूत अलंबरदार प्रशांत किशोर से बिहार की जनता को काफी उम्मीदें हैं और लोग उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर तेज़ी से जन सुराज के साथ जुड़ रहे हैं।श्री ठाकुर ने कहा है कि भाजपा, कांग्रेस, जदयू से भी रोज-रोज नेता – कार्यकर्ता व समर्थक जन सुराज के संस्थापक सदस्य बन रहे हैं। सभी दल टूट रहे हैं पर राजद की बेचैनी सार्वजनिक हो गई है लेकिन अन्य दलों में अन्दर ही अन्दर भूचाल मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार को रसातल में पहुंचाने वाले तथा साम्प्रदायिकता फैला कर जनता का वोट ठगने वाले भाजपा और जदयू गठबंधन को भी जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखायेगी। जन सुराज साम्प्रदायिकता और जात- पांत के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा। श्री ठाकुर ने कहा है कि बिहार को बदलने की इस लड़ाई में सभी बिहारियों का जन सुराज परिवार में स्वागत है।