पूर्णिया जिले में सर्वेक्षण के दौरान 20401 राशन कार्ड फर्जी पाए गए हैं।सर्वेक्षण के दौरान यह खुलासा हुआ कि इन राशन कार्डधारियों के नाम पर हर माह राशन का उठाव हो रहा था जबकि इन राशन कार्डधारियों में से 4200 राशन कार्डधारी स्वर्ग सिधार चुके हैं।मामला पकड़ में आने के बाद अब इन फर्जी राशन कार्ड को रद करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।सबसे अधिक 7358 फर्जी राशन कार्डधारी कसबा में पाए गए हैं जिनमें कसबा प्रखंड में 5599 एवं नगर पंचायत कसबा में 1759 फर्जी राशन कार्डधारी पाए गए।पूर्णिया में 599531 राशन कार्डधारी हैं।जिनमें 65565 राशन कार्डधारी अंत्योदय योजना से जुड़े हुए हैं।इस राशन कार्ड के आधार पर हर माह 29 लाख 82 हजार 549 लाभुकों के लिए राशन का उठाव किया जाता है।बताया जाता है कि जिले में बड़े पैमाने पर फर्जी राशन कार्ड बनाए जाने की शिकायत के बाद जिलाधिकारी पंकज पाल ने एक माह पूर्व सभी राशन कार्ड की जांच करने का निर्देश दिया।डीएम के निर्देश बाद हर राशन कार्डधारी का पंचायतवार टीम का गठन कर जांच कराई गई।जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई।जांच में खुलासा हुआ कि कई मरे हुए लोगों के अलावा बड़ी संख्या में जिन लोगों का कोई अता पता नहीं है उनके भी नाम राशन कार्ड निर्गत है।इसमें 2023 राशन कार्ड इस तरह के भी पाए गए जो अलग अलग वार्ड में एक ही नाम के थे।इसमें से कई फर्जी राशन कार्ड के आधार पर माह अक्टूबर तक राशन का उठाव करते रहे हैं।
वही अररिया में…
अररिया निगरानी टीम ने शनिवार को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) अररिया में कार्यरत लिपिक अलदीप कुमार को पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। निगरानी एवं अन्वेषण ब्यूरो पटना के डीएसपी मो.जमीरउद्दीन एवं महेश प्रसाद ने बताया कि नलकूप विभाग फारबिसगंज में चालक गणोश चौधरी के सेवानिवृत्त होने के बाद उसका पुत्र जीवन कुमार सेवांत लाभ के लिए विभागीय चक्कर लगा रहा था। बीते अक्टूबर में ही विभाग द्वारा एनओसी देने के लिए निर्देश भी जारी कर दिया था, लेकिन एनओसी देने के लिए जीवन से दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी।जीवन ने निगरानी विभाग पटना से इसकी शिकायत की थी। निगरानी विभाग के 14 सदस्यीय टीम दिन के करीब साढ़े ग्यारह बजे अररिया पहुंचे और किस्त के पांच हजार रुपये घूस लेते लिपिक अलदीप को दबोच लिया। वहीं, निगरानी विभाग के अधिकारियों के समक्ष जीवन ने बताया कि लिपिक ने दो किस्त में राशि देने की बात कही थी। यह राशि पहली किस्त के रूप में दी गई थी। राशि लेने के क्रम में ही निगरानी टीम ने अलदीप को पकड़ लिया। आरोपी लिपिक से निगरानी टीम ने अररिया डाक बंगला में एक घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद उसे अपने साथ पटना ले गई।
रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह