किशनगंज : राष्ट्रीय लोक अदालत में 222 मामलो का किया गया निष्पादन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर में वर्ष के प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। आयोजन का उद्घाटन मदन किशोर कौशिक जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज, रजनीश रंजन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज, मनीष कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, किशनगंज एवं ओम कुमार अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ, किशनगंज के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठ के न्यायिक सदस्य मनीष कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, किशनगंज जीतेन्द्र कुमार मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, किशनगंज, रोहित श्रीवास्तव अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम, किशनगंज, राजेश कुमार, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, किशनगंज, अमृत कुमार सिंह मुंसिफ द्वितीय, किशनगंज, अपूर्वा नायक न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, किशनगंज, सुमन सौरव मुंसिफ द्वितीय, किशनगंज थे।इन आठ पीठों में गैर न्यायिक सदस्य के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज के पैनल अधिवक्ता क्रमश: गाँधी लाल सिंह, जय किशन प्रसाद, महादेव प्रसाद दिनकर, जयदेव समाजदार, हरदेव मंडल, प्रियंका वर्मा, प्राणतोष पाण्डेय, अमित साह की प्रतिनियुक्ति की गई थी।आज के राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 222 मामलें जिसमें परिवार न्यायालय के 04 मामलें, दावा वाद के 03 मामलें, अपराधिक शमनीय 150 मामलें एवं विधुत अधिनियम के 64 मामलें, चेक बाउंस के 01 मामलें सम्मिलित हैं। वही दावा वादों में कुल 17 लाख का समझौता हुआ। बैंक ऋण के कुल 435 मामले में कुल रूपये 20055688/-का तथा 22 टेलीफोन बिल से संबंधित मामलों में कुल रूपये 143584/-का समझौता हुआ। उक्त लोक अदालत के उद्घाटन के समय जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया की पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज रजनीश रंजन ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक करे। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई। जहाँ जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रीय भूमिका निभाई। पक्षकारों को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो इसके लिए जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक-एक पारा विधिक स्वय सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के कर्मी मो० तौसिफ आलम, राजीव दीक्षित के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय के कर्मचारीगण काफी सक्रीय भूमिका में दिखें।