किशनगंज: सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के अंतर्गत केंद्रीय टीम का आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण, राष्ट्रीय मानकों पर मूल्यांकन

किशनगंज,25जुलाई(के.स.)। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के अंतर्गत किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड के कस्बा कालियागंज और कोचाधामन प्रखंड के काठामाठा पंचायत के चयनित आंगनवाड़ी केंद्रों का राष्ट्रीय स्तर की टीम द्वारा शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 को सघन निरीक्षण और मूल्यांकन किया गया।
इस निरीक्षण का नेतृत्व पंजाब सरकार से आए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मनजिंदर सिंह ने किया। उनके साथ राज्य स्तरीय पदाधिकारी कुमारी चंदा, जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रियंका, नागेंद्र कुमार, जिला समन्वयक मो. मंजूर आलम, पीरामल फाउंडेशन के अश्विनी एवं सनथ, प्रथम एजुकेशन से आरती, प्रखंड समन्वयक मो. अदनान आलम, मो. शमीम अहमद, तथा महिला पर्यवेक्षिका सुचेता शर्मा और नायला तबस्सुम मौजूद रहीं।
निरीक्षण के मुख्य बिंदु:
- बुनियादी ढांचा: स्वच्छता, पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय सुविधा, बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रेरक वातावरण का गहन निरीक्षण किया गया।
- पोषाहार एवं स्वास्थ्य सेवाएं: पूरक पोषण आहार की नियमितता, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य निगरानी, पोषण ट्रैकर की स्थिति और स्वास्थ्य जांच शिविरों की समीक्षा की गई।
- विकास एवं निगरानी: बच्चों और गर्भवती महिलाओं की वृद्धि निगरानी, वजन-जांच जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दिया गया।
- शैक्षणिक गतिविधियां: प्रारंभिक शिक्षा के लिए प्रयुक्त शिक्षण सामग्री, खिलौने और गतिविधियों की गुणवत्ता का अवलोकन किया गया।
- पोषण वाटिका और समुदाय सहभागिता: पोषण वाटिका का भ्रमण एवं अन्नप्राशन, गोदभराई जैसी समुदाय आधारित गतिविधियों की भागीदारी देखी गई।
- दिशा-निर्देशों की अनुपालना: विभागीय दिशा-निर्देशों की जानकारी व पालन की स्थिति का भी मूल्यांकन किया गया।
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रियंका ने कहा, “हमारा प्रयास है कि आंगनवाड़ी केंद्र राष्ट्रीय मानकों को पूरी तरह से अपनाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक बनें। यदि यह पंचायत ‘सुपोषित ग्राम पंचायत’ के रूप में चयनित होती है, तो भारत सरकार द्वारा एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।”
राष्ट्रीय टीम ने पोठिया प्रखंड अंतर्गत कस्बा कालियागंज आंगनवाड़ी केंद्र की व्यवस्था और गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए इसे एक सकारात्मक मॉडल बताया।
यह निरीक्षण किशनगंज जिले के लिए सुपोषित पंचायत अभियान की दिशा में एक अहम उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। यदि केंद्र सरकार के तय मापदंडों पर ये पंचायतें खरा उतरती हैं, तो यह जिले को पोषण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने का अवसर प्रदान करेगा।
रिपोर्ट/धर्मेन्द्र सिंह