सात निश्चय योजना में खुलेआम हो रहा है घटिया सामग्री का उपयोग…

औरंगाबाद नवीनगर प्रखंड अंतर्गत पड़ने बताया जाता है कि महुआंव पंचायत को सरकारी रिकॉर्ड में भले ही ओडीएफ घोषित कर दिया गया हो परंतु जब आप इस पंचायत की हकीकत घूमकर धरातल पर निष्पक्ष रुप से देखेंगे तो बात अच्छी तरह से समझ में आ जाएगी कि वास्तविकता क्या है।वर्तमान NTPC मुख्य पथ पर बसी महुआ गांव में ही अंतु प्रजापति के मकान से प्रारंभ होकर पश्चिमी और ऐतिहासिक गढ़ तक बनने वाली गली नाली निर्माण कार्य को यदि आप देखेंगे तो बात समझ में आ जाएगी कि किस प्रकार घटिया पीली ईट का उपयोग किया जा रहा है।नाली भी दबे कुचले परिवार को दबाते हुए इस प्रकार बनवाई गई है कि पानी का निकासी ही हल्की बारिश होने पर भी कहीं नहीं हो पाएगा गली निर्माण मामले में जब संवाददाता ने फोटो वीडियोग्राफी
लेने के लिए उक्त निर्माण स्थल पहुंचा तो अन्तु प्रजापति इनकी पत्नी स्वर्गीय अछेवर प्रजापति के पुत्र बुजुर्ग बिपिन बिहारी सिन्हा, कपूर चंद साहू के अलावे मौजूद कई ग्रामीणों ने कहा कि आप ही देख लीजिए कि सरकारी योजनाओं में कमजोर व्यक्ति को दबाकर मुखिया बृज मोहन सिंह वार्ड 11 के सदस्य मानदेव राजवंशी बिचौलिया के माध्यम से किस प्रकार खुलेआम लूट मचा रहे हैं।बात जब संवाददाता द्वारा गली निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से भी पूछा गया तो कहा कि हम लोग क्या करें समस्त जनप्रतिनिधि बिचोलिया के माध्यम से घटिया सामग्री का सप्लाई कर रहे हैं मात्र खानापूर्ति ही किया जा रहा है।वही जब संवाददाता ने गली निर्माण कार्य का वीडियो फुटेज उठा लिया तो वार्ड सदस्य ने कहा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं काम होने दीजिए नहीं तो यह भी काम बंद हो जाएगा तब संवाददाता ने कहा कि फूटेज काम देगा घटिया इट का प्रयोग क्यों हो रहा है।तब गली निर्माण कार्य का ठेका लेकर कार्य करा रहा बिचौलिया वार्ड सदस्य के बीच जमकर बहसा-बहसी हो गई।तब बिचौलिया ने वार्ड सदस्य से कहा की मुखिया से बात
कर लीजिए इसके बाद वार्ड पार्षद ने कहा कि अच्छा ईट लगवाना है तो मेरा गली में काम करवाइए नहीं तो काम बंद कर लीजिए बिचौलिया बढ़ा कर अपने घर भाग गया है इसके अलावे घटिया निर्माण मामले को लेकर ही अंतु प्रजापति उसके परिजन वार्ड पार्षद उसके परिजन मुखिया के बीच भी जमकर बहस हो गई।मुखिया से जब संवाददाता की मुलाकात हुई तो भेंट वार्ता के दौरान कहा कि काम लेने से पहले ही टैक्स मिलाकर 33% खर्चा है मैं तो खुलेआम किसी भी व्यक्ति को कहता हूं कि मेरा भी पेट है मुझे भी योजना का 10% हिस्सा दे दे और काम कराएं।अब ऐसे में सवाल तो उठेगा ही कि क्या बिहार में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के शासनकाल में यही सुशासन है ? क्या कमजोर व्यक्ति को दबाकर ऐसे ही हो रहे घटिया निर्माण कार्य पर वरीय पदाधिकारियों द्वारा निष्पक्ष रुप से जांच कराकर उचित कार्यवाही भी की जाएगी बताते चले कि महुआंव गांव में ही गली निर्माण कार्य को लेकर उत्पन्न विवाद के कारण दो गलियों का निर्माण कार्य भी स्थानीय ग्रामीण जनता द्वारा पूर्व में रुकवा दिया गया था।वही सूत्र कहता है की बिचौलिया अपने ही ईट भट्टा से ईट दिया है जो सरासर घटिया है जो देखने से समझ आ सकता है की ईटा दो नम्बर बिचौलियों से साठ-गाठं कर के लगाया जा रहा है और विभाग मौन धारण किये हुए है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर