शोभायात्रा रोकने पर पथराव, दागे आंसू गैस के गोले, लाठीचार्ज…
बिहारशरीफ रामनवमी पर निकाली गई रामरथ शोभायात्रा में बुधवार 28 मार्च 2018 को जमकर बवाल हुआ।रास्ता रोकने को लेकर पुलिस और शोभा यात्रा में शामिल लोगों के बीच झड़प हो गई।नाराज लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।इस दौरान पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले भी दागे।स्थानीय लोगों के अनुसार फायरिंग भी की गई है लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।भीड़ को काबू करने के लिए डीएम डाॅ. त्यागराजन एसएम व एसपी सुधीर कुमार पोरिका को भी सड़क पर उतरना पड़ा।डीआईजी राजेश कुमार भी पहुंचे।पथराव के दौरान राजेश कुमार सिंह नामक एक सिपाही भी जख्मी हो गया।निर्धारित कार्यक्रम के तहत बजरंग दल के कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण शोभायात्रा में शामिल होने के लिए सिलाव बाजार बाईपास एवं कड़ाहडीह में जमा हुए थे।शोभायात्रा जैसे ही ब्लॉक के पास पहुंची और कड़ाह की ओर जाने लगी वहां जुलूस को रोक दिया गया।इसी बात को लेकर पुलिस के साथ बहस हो गई।जुलूस में काफी संख्या में महिलाएं भी थी।जिसे पुलिस ने भीड़ से अलग किया।बहस के दौरान ही जुलूस के पीछे से किसी ने रोड़ेबाजी कर दी।जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया।लोगों का कहना है कि जब एक दिन पूर्व बाकायदा कमेटी बनाकर जुलूस निकालने की अनुमति दी गई तो फिर रोकने का कोई मतलब नहीं रह जाता।सिलाव ब्लॉक के पास बैरिकेडिंग किए जाने से ही बात बढ़ी।डीएम डा. त्यागराजन ने भी स्थिति को शांतिपूर्ण और नियंत्रण में बताया है।उन्होंने कहा है कि पुलिस और जुलूस में शामिल लोगों के बीच विवाद हुआ था।जिसे तुरंत ही नियंत्रित कर लिया गया।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।जुलूस में 500 से भी अधिक महिलाएं शामिल थी लेकिन महिला पुलिस की तैनाती नहीं के बराबर थी।पुरुष पुलिसकर्मी ही महिलाओं को रोकने में जुटे थे।इस दौरान महिलाओं से भी झड़प हुई।एसपी श्री पोरिका ने बताया कि अफवाह के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है।किसी ने अफवाह फैला दिया कि जुलूस में शामिल लोगों को रोका जा रहा है।शोभा यात्रा को लेकर पहले से ही गतिरोध बना हुआ था।सिलाव थाने में बैठक हुई थी।जिसमें सभी समुदाय के लोग शामिल हुए थे।10-10 लोगों की कमेटी भी बनी थी और सौहार्दपूर्ण वातावरण में शोभायात्रा निकालने पर सहमति बनी थी लेकिन उपद्रवियों के आगे किसी की नहीं चली।उपद्रवियों ने श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन को भी निशाना बनाया।दिल्ली से राजगीर की ओर आने वाली श्रमजीवी ट्रेन पर पहले तो पत्थर चलाए।जिससे एक बोगी का शीशा भी टूट गया।उसके बाद वैक्यूम काटकर अपने साथ लेते गये।जिसके कारण करीब आधे घंटे तक ट्रेन सिलाव में खड़ी रही।बाद में पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ट्रेन को खुलवाया।मगर थोड़ी ही दूर पर जाने के बाद कड़ाह हाल्ट के पास लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोक दिया गया।ट्रैक पर कई जगह सीमेंट से बना स्लैब रख दिया गया था।पुलिस ने स्लैब को हटाकर कड़ी सुरक्षा के साथ ट्रेन को राजगीर के लिए रवाना किया गया।मंगलवार 27 मार्च 2018 की शाम सोहसराय थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और अफवाह फैलाने वाली पोस्ट करने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी ने बताया कि बीच बाजार अड्डा पर मोहल्ले में फेसबुक पर भ्रामक और अश्लील टिप्पणी करने को लेकर दो गुटों के युवक आपस में भीड़ गए और दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी हुई।इसके बाद डीएसपी सहित वरीय पदाधिकारी मौके पर पहुंचे।अफवाह न फैले इसके लिए प्रशासन द्वारा एहतियातन इंटरनेट सेवा को बंद करा दिया गया।एसपी श्री पोरिका ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उपद्रव में शामिल 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।जिसमें महिला भी शामिल है।अफवाह न फैले इसके लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है और उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है।स्थिति नियंत्रण में है और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर