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मासूम बच्ची की निर्मम हत्या को लेकर आक्रोश मार्च,जल्द से जल्द हत्यारे को दी जाए फांसी: आशिका

औरंंगाबाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा लिखे तख्ती लेकर सरकार से न्यायालय से पीड़ित परिवारों को न्याय के लिए मांग करते नजर आएं।विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री आशिका सिंह ने कहा कि जिस तरह से अलीगढ़ में मासूम बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई है। इस घटना से पूरी दुनिया में आक्रोश व्याप्त है और लोग शर्मसार हैं।उन्होंने कहा कि इस देश के अंदर में जिस तरह से महिलाओं के लिए बच्चियों के लिए कानून बना कानून का पालन भी होते हुए लोग दिखावा करते हैं।लेकिन आज उसके बाद भी कुछ ऐसे दरिंदे हैं, जिसके अंदर ऐसे कर्म करने के पहले डर नहीं आता है।क्योंकि सरकार कार्रवाई के नाम पर सालों साल लगा देती है।इसलिए जरूरत है कि धर्म से ऊपर उठकर किसी भी बिना सोच समझ के सरकार देश के लोगों की आक्रोश को समझते हुए।इसे अवीलंब फांसी कराएं।जिस तरह से उस मासूम की हत्या कर दी गई है।वह मानवता के लिए शर्मसार है।महिलाओं के लिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह घटना पूरे देश पूरे महिला समाज को शर्मसार करती है।आशिका ने कहा कि हम सभी छात्रा समाज को रचने में काम करते हैं।हम लोग सरकार से मांग करते हैं कि ऐसा कानून बने जो तुरंत लागू हो जिसे कड़ी से कड़ी सजा मिले।अगर कोई भी कानून इसके आड़े आते हैं तो कानून में संशोधन करने की जरूरत हो तो उसे संशोधन करने के बाद भी इसे जल्द से जल्द फांसी दिया जाना चाहिए ताकि ऐसे मामलों में कोई राजनीति ना करें।यदि सरकार ने और न्यायालय ने अगर इस बात का ध्यान नहीं रखा तो पूरे देश पूरे समाज में एक डर का माहौल बना रहेगा।वही विद्यार्थी परिषद के छात्रा प्रमुख सुप्रिया कुमारी ने कहा कि जिस तरह से उस ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ उसके शरीर के साथ जिस तरह का बर्बरता किया गया है कहीं ना कहीं सभी लोग इसे कलंकित हैं।आज जो बड़े-बड़े अवार्ड वापसी गैंग और धर्म के नाम पर बहुत आगे आने वाले जो बड़े-बड़े हस्ती थे। आज सभी मौन हैं।क्योंकि एक धर्म के रूप में अलग से राजनीति करते हुए लोग अलग रूप देने का काम किया है। लेकिन हम समझते हैं कि चाहे वह किसी धर्म में भी ऐसी घटना करने वाले लोग हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।आज इस कार्यक्रम में छात्राओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अगर पुलिस और सरकार जांच में देरी करती है।तो छात्राएं सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेगी।आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं कम नहीं है। समाज अब बदल रहा है तो आज सरकार को भी संदर्भ में सोचते हुए अविलंब निर्णय लेने की जरूरत है।इस विरोध मार्च में निधि प्रगति शालू जूही नेहा श्वेता दीपिका मीनाक्षी ऋना रितिका वर्षा आदि दर्जनों छात्रा शामिल थी।

रिपोर्ट-मयंक कुमार

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