बहु तो अब हेलीकॉप्टर से ही आएगी – राधेश्याम सैनी

केवल सच – राजस्थान
भरतपुर – राजस्थान के भरतपुर से एक ऐसा नजारा देखने को मिला जहां पर गरीब परिवार की बेटी को दुल्हन बनाकर हेलीकॉप्टर से ससुराल लाया गया। दुल्हन की इस शानदार विदाई को देखने के लिए गांव के काफी लोग मौके पर इकट्ठा हो गए गांव में जहां गाय, भैंस और बकरियां चरती हैं वहां पर अचानक हेलीकॉप्टर को उतारा गया । यह देख कर ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना न रहा , गांव वाले घंटों खड़े होकर हेलीकॉप्टर को निहारते रहे । सुरक्षा के लिहाज से पुलिस द्वारा हेलीकॉप्टर के चारों तरफ बैरिकेडिंग की गई थी साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था ।ग्राम पंचायत करौली के गांव प्रेम नगर में जहां एक सामान्य किसान दिनेश चंद सैनी की बेटी खुशबू की शादी सवाई माधोपुर के नादौती तहसील के गांव करौली के रहने वाले विजेंद्र सैनी से हुई। वह अपनी दुल्हन को लेने हेलीकॉप्टर से आए दूल्हा हेलीकॉप्टर से उतरा और सीधे दुल्हन के घर पहुंचा जहां विवाह की रिवाज पूर्ण हुई । फिर दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बैठा कर घर ले गया करौली के कमली गांव के रहने वाले दूल्हा के पिता राधेश्याम सैनी ठेकेदार हैं । उन्होंने बताया कि वह कुुुछ दिन पहले अपने परिवार के छोटे बच्चे को प्लास्टिक के हेलीकॉप्टर से खेल खेलाया करते थे। तभी गांव का एक शख्स उनके पास आया और ताना कसते हुए बोला कि राधेश्याम ऐसा ही हेलीकॉप्टर से बच्चे को कहलाते रहेगा या अपने बेटे की दुल्हन को लाने के लिए हेलीकॉप्टर भी भेजेगा। फिर क्या था इस थाने के बाद राधेश्याम ने तय कर लिया कि अब बहु हेलीकॉप्टर से ही आएगी । जानकारी के मुताबिक दुल्हन खुशबू के पिता दिनेश सैनी बेहद गरीब हैं, लेकिन जब उनकी बेटी हेलीकॉप्टर में सवार होकर अपने ससुराल पहुंची तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी जिंदगी में कभी ऐसा दिन भी आएगा। यह शादी भरतपुर और करौली में चर्चा का विषय बनी हुई है। दूल्हा 12वीं क्लास में पढ़ता है और कपड़े की दुकान खोले हुए है। दूल्हे के पिता राधेश्याम सैनी ने बताया कि उनके दो बच्चे हैं एक लड़का और एक लड़की। बेटी की पहले ही शादी कर दी थी ग्रामीणों ने मुझे तंज कस – कस के मेरे गुरुर को ललकारा था, की हेलीकॉप्टर से अपने पुत्र की दुल्हन को लेकर आओगे क्या ? हमारे गांव का रास्ता बेहद खराब है और 2 महीने पहले जब मेरे बेटे की शादी तय हो रही थी तो मेरी पत्नी ने गांव की कुछ महिलाओं से कहा कि बेटे की शादी होने वाली है ।लेकिन यहां का रास्ता बहुत खराब है जिस पर गांव की महिलाओं ने ताना मारते हुए कहा की रास्ता खराब है तो अपने बेटे की दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर के आ जाना। ग्रामीणों के ताना मारने की वजह से हमने तय कर लिया कि बहू को हेलीकॉप्टर से ही लेकर आएंगे। चाहे इसके लिए कितना भी खर्च क्यों ना करना पड़े हमने ₹7 लाख 10 हजार खर्च किए और बहू को विदा कराकर घर ले आया।