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गांवों का विकास एवं प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –जल संरक्षण ,वृक्षारोपण सहित ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं को मनरेगा के तहत संचालित कर गुणवत्तापूर्ण रूप से ससमय कार्य पूरा किया गया है। इस दृष्टि से मानव दिवस का सृजन, जाब कार्ड का निर्माण, स्थानीय एवं प्रवासी मजदूरों को रोजगार आदि उपलब्ध कराने की दिशा में प्रभावी कार्य हुए हैं तथा प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं के सफल एवं प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु रणनीतिक पहल की गई है।

मनरेगा योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 1429246 मानव दिवस सृजित किए गए हैं। माह मई में कुल 802300 मानव दिवस सृजित हुए हैं। इतना ही नहीं , रोजगार करने के इच्छुक व्यक्तियों को जॉब कार्ड निर्गत कर स्थानीय एवं प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की प्रक्रिया लगातार जारी है। इस क्रम में उल्लेखनीय है कि जिला अंतर्गत कुल सक्रिय जॉब कार्ड धारियों की संख्या 216736 है। माह अप्रैल एवं मई में जारी किए गए जॉब कार्ड की संख्या 2957 है। प्रवासी मजदूरों को जारी किए गए जॉब कार्ड की संख्या 499 है जिसमें से 472 प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं। प्रवासी मजदूर के द्वारा सृजित किए गए कुल मानव दिवस की संख्या 6608 है। जिला अंतर्गत प्रतिदिन औसतन 31,000 मजदूर कार्य में संलग्न है।

जल जीवन हरियाली सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है । इसके लिए मनरेगा योजना के तहत कार्यों को गति प्रदान की गई है। जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत मनरेगा के द्वारा संचालित योजनाओं की संख्या 388 है। इन योजनाओं की मॉनिटरिंग कर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।

इसी तरह से मनरेगा के तहत धरती को हरे भरे पेड़ों से आच्छादित करने हेतु वृक्षारोपण अभियान को गति प्रदान किया गया है । इसके लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा के तहत कुल 390880 पौधे लगाए जाने की परियोजना है जिसमें काष्ठ प्रजाति के 227850 पौधे, फलदार प्रजाति के 147030 एवं अन्य प्रजाति के 16000 पौधे शामिल हैं। 5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस को जिला के सभी प्रखंडों में वृक्षारोपण अभियान प्रारंभ हो चुका है। सभी प्रोग्राम पदाधिकारी को प्रखंड अंतर्गत वृक्षारोपण अभियान को गति प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। उप विकास आयुक्त के स्तर पर मनरेगा संचालित योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है तथा योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है।

स्थानीय एवं प्रवासी मजदूरों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराने हेतु भविष्य की निम्न योजनाएं हैं-
-प्राथमिकता के आधार पर मजदूरों का जॉब कार्ड जारी करना।
– कार्यरत सभी योजनाओं पर मास्टर रोल जारी कर मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना।
– प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम पांच जल संरक्षण की योजनाओं को प्रारंभ कर मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना।
– वृक्षारोपण की योजनाओं में प्रवासी श्रमिकों को प्राथमिकता देना।
– सतत जीविकोपार्जन हेतु व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं जैसे वृक्षारोपण, पशु शेड ,बकरी शेड ,मुर्गी शेड, वर्मी कंपोस्ट इत्यादि में प्रवासी श्रमिकों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराना।

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