भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य कार्यकारिणी की एक अतिआवश्यक बैठक आज यहाँ पार्टी के राज्य मुख्यालय में कामरेड जानकी पासवान की अध्यक्षता में हुई जिसमें रूपौली विधानसभा क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव के संबंध में निम्नलिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया।…

कुणाल कुमार/रूपौली विधानसभा की सीट विगत 2020 के आम चुनाव में महागठबंधन की ओर से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को दी गयी थी जहाँ से उसके प्रत्याशी विकास चन्द्र मंडल ने काफी अच्छे मत प्राप्त किये थे। इस लिहाज से इस उपचुनाव में भी सीपीआई की स्वाभाविक दावेदारी उस सीट पर बनती है। परंतु गठबंधन धर्म का पालन नहीं करते हुए महागठबंधन के अगुआ दल-राजद ने सीपीआई समेत गठबंधन के अन्य दलों को विश्वास में लिए बगैर रूपौली क्षेत्र से राजद प्रत्याशी को मैदान में उतारने का एक तरफा फैसला लेते हुए अपना चुनााव चिन्ह आबंटित कर दिया। यह न सिर्फ चिंताजनक, बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस घटनाक्रम से बुरी तरह आहत है, फिर भी व्यापक राष्ट्रीय हितों के मद्देनजर धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक प्रतिपक्ष की व्यापक एकता के लिए बने महागठबंधन -इंडिया को अक्षुण्ण बनाये रखने और आम जनता में उसकी विश्वसनीयता पर कोई आंच न आये इस महत उद्देश्य को सामने रखते हुए रूपौली विधानसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्णय करती है। यह हमारी कमजोरी नहीं वरन् व्यापक राष्ट्र और राज्यहित के प्रति हमारी निष्ठा और प्रतिबद्धता के हक में लिया गया राजनैतिक निर्णय है।’’